-छह बच्चों को बेचनेवाला गैंग हुआ गिरफ्तार
फिरोज खान / मुंबई
मुंबई में दिनों दिन बढ़ते अपराध इसे राज्य का क्राइम कैपिटल बना रहे हैं। हाल ही में सायबर ठगों द्वारा बच्चों के नाम पर यहां ‘सेक्सटॉर्शन’ की घटनाएं तो सामने आई ही हैं, अब नवजातों की खरीद-फरोख्त का मामला भी उजागर है। सरकार बने १२ दिनों से ज्यादा हो गए पर राज्य में गृह मंत्री नहीं है, ऐसे में अपराधियों के हौसले भी बुलंद नजर आ रहे हैं। मुंबई में नवजात बच्चों की खरीद-फरोख्त करनेवाली महिलाओं का गिरोह पकड़ा गया है। इस गिरोह में स्त्री रोग विशेषज्ञ से लेकर नर्स तक शामिल हैं। ये महिलाएं खासकर उन महिलाओं पर नजर रखती हैं, जो तंगहाली से परेशान हैं। ऐसी मजबूर महिलाओं को साधने के लिए ये महिलाएं प्रसूतिगृह के आस-पास मंडराती रहती थीं। इस रैकेट का जाल मुंबई, गुजरात और कर्नाटक तक फैला हुआ है। अब तक महिला गिरोह द्वारा ६ बच्चों की खरीद-फरोख्त करने की जानकारी सामने आई है।
५ लाख में बिकते
हैं नवजात बच्चे!
पुलिस ने किया भंडाफोड़
मुंबई में नवजात बच्चों की खरीद-फरोख्त का मामला सामने आया है। पुलिस ने महिलाओं के एक ऐसे गिरोह को पकड़ा है, जो इन बच्चों को चुराकर बेचता था। ४ से ५ लाख रुपए लेकर ये महिलाएं मोटी रकम कमाने का गोरखधंधा करती थीं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, माटुंगा पुलिस को सूचना मिली थी कि ८ महिलाओं का गिरोह मुंबई, गुजरात और कर्नाटक में बच्चों की तस्करी को अंजाम दे रहा है। असल में ११ दिसंबर को एक महिला ने माटुंगा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई कि उसकी बहू मनीषा ने पैसों की खातिर अपनी ४ महीने की बच्ची को एक महिला गिरोह के हाथ बेच दिया है, जिसके बदले में उसे एक लाख रुपए मिले हैं। माटुंगा पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेंद्र पवार ने बताया कि शिकायत मिलते ही पुलिस फौरन हरकत में आ गई और सबसे पहले गुजरात के वडोदरा से दो दलालों को हिरासत में लिया तो पता चला कि उक्त दोनों दलालों ने कर्नाटक के एक दंपति को मनीषा की बच्ची को ५ लाख रुपए में बेच दिया था। दलाल महिलाओं ने बच्ची के बदले उसकी मां को १ लाख रुपए दिए और बाकी ४ लाख रुपए खुद रख लिए। माटुंगा पुलिस अधिकारी के मुताबिक, उनकी जांच आगे बढ़ती गई और नई-नई चौंकानेवाली जानकारियां सामने आने लगीं।