-नए साल के जश्न में और बढ़ सकती है तादाद
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई में वाहनों की संख्या के साथ-साथ शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले बेवड़े ड्राइवरों की संख्या में भी भारी इजाफा हुआ है। एक साल में ऐसे मामले चार गुना बढ़ चुके हैं। मिली जानकारी के अनुसार, इस साल ट्रैफिक पुलिस ने ८,७४२ मामलों में कार्रवाई की, जो पिछले साल के २,१८७ मामलों की तुलना में चार गुना ज्यादा है। २०२४ में सबसे ज्यादा कार्रवाई जून में हुई है। जून २०२४ में सबसे अधिक १,३३६ चालकों को पकड़ा गया, वहीं २०२३ की तुलना में इस साल हर महीने मामलों की संख्या तेजी से बढ़ी। मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने थर्टी फर्स्ट के दौरान नशे में वाहन चलाने वालों पर नकेल कसने के लिए विशेष अभियान की तैयारी की है। पुणे और वरली के हादसों के बाद यह कदम उठाया गया है। जगह-जगह नाकाबंदी कर ड्रंक एंड ड्राइव अभियान को और तेज किया जाएगा।
दूसरी बार अपराध पर
मिलती है कड़ी सजा!
मुंबई में शराब पीकर गाड़ी चलानेवाले वाहन चालकों की संख्या तेजी से बढ़ी है। ऐसे चालकों को पकड़े जाने पर सजा भी होती है। पहली बार अपराध करने पर ६ महीने की जेल या २,००० रुपए का जुर्माना लगाया जाता है। दूसरी बार अपराध करने पर ३,००० रुपए का जुर्माना और २ साल तक की जेल की सजा का प्रावधान है।
इस मामले में नाबालिगों के मामले में सख्त कानून है। सड़क परिवहन मंत्रालय ने नए नियम लागू किए हैं। नाबालिग द्वारा अपराध पर करने पर २५,००० रुपए का जुर्माना और अभिभावकों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वाहन का पंजीकरण भी रद्द किया जाएगा।
आंकड़े : २०२३ बनाम २०२४
२०२३ और २०२४ में के आंकड़ों में भारी अंतर देखने को मिला।
जनवरी : १०७ (२०२३), ५२६ (२०२४)
फरवरी : २७ (२०२३), ३२५ (२०२४)
मार्च : १२२ (२०२३), ५०५ (२०२४)
मई : ५४ (२०२३), ११६८ (२०२४)
जून : ३२ (२०२३), १,३३६ (२०२४)
अगस्त : ४९४ (२०२३), १,२२८ (२०२४)
नवंबर : १५८ (२०२३), ६६४ (२०२४)
कुल मिलाकर २०२३ में २,४१७ कार्रवाई, जबकि २०२४ में ७,४४२।