सामना संवाददाता / मुंबई
संसद में हुई घटना से एक बार फिर स्पष्ट हो गया कि भाजपा लोकतंत्र और संविधान का सम्मान नहीं करती है। कांग्रेस सांसद जब संसद परिसर में प्रदर्शन कर रहे थे, उसी दौरान सत्तारूढ़ भाजपा सांसद ने महिला सांसदों के साथ दुर्व्यवहार किया, जिसकी शिकायत लोकसभा अध्यक्ष से की गई है। इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं के प्रति भाजपा के रवैये को उजागर कर दिया है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान सत्ता में आई भाजपा की क्या यही लाडली बहन है? इस तरह का गुस्से भरा सवाल मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष व सांसद वर्षा गायकवाड ने पूछा है।
मीडिया से बात करते हुए वर्षा गायकवाड ने कहा कि एक तरफ भाजपा महिलाओं को लाडली बहन कहती है और दूसरी तरफ एक बहन के पोस्टर पर काली स्याही फेंकती है। भाजपा के गुंडों ने कार्यालय में वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और मेरे पोस्टर पर स्याही फेंकी, इससे भाजपा की संस्कृति का पता चलता है। संविधान निर्माता महामानव डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का अपमान करने पर माफी मांगने की बजाय उन्होंने कांग्रेस कार्यालय पर कायरतापूर्ण हमला किया। भाजपा ने मुझ पर इसलिए हमला किया है, क्योंकि मैं दलित लड़की हूं। वर्षा गायकवाड ने यह भी कहा कि बाबासाहेब के कट्टर सिपाही और कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा के हमले से डरने वाले नहीं हैं।
जारी रखेंगे विरोध प्रदर्शन
वर्षा गायकवाड ने कहा कि देश संविधान से चलता है। संविधान और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर से महान कोई नहीं है। हम उनका अपमान कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक गृह मंत्री अमित शाह माफी नहीं मांगते, हम पूरे देश में अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। लोकसभा सत्र समाप्त होने के बाद भी हम न्याय के लिए आवाज उठाते रहेंगे। गायकवाड ने यह भी चेतावनी दी है कि कांग्रेस भाजपा की तानाशाही बर्दाश्त नहीं करेगी।