सामना संवाददाता / विरार
वसई-विरार मनपा ने नल कनेक्शन, अनियमितताओं और जल वितरण में त्रुटियों की समस्याओं को हल करने के लिए विशेष पानी पथक टीम की स्थापना की है। इसमें मनपा के इंजीनियर और कर्मचारी हर सप्ताह हर वॉर्ड में जाकर निरीक्षण करेंगे।
वसई-विरार मनपा शहर के नागरिकों को सूर्या जल परियोजना, उसगांव और पेल्हार बांध से दैनिक जल आपूर्ति प्रदान करता है। शहर का विस्तार बढ़ रहा है और जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है इसलिए पानी की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। शहर में टैंकर लॉबी भी सक्रिय है। जैसे-जैसे पानी की मांग बढ़ रही है, नल कनेक्शन, जल वितरण में गड़बड़ी और अनियमितताओं की लगातार शिकायतें आ रही हैं। कई इलाकों में अभी भी पानी नहीं पहुंचा है। जिन लोगों को पानी मिल रहा है उन्हें कम दबाव से पानी मिल रहा है और लगातार पानी की कमी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। इसके लिए मांग की गई कि सभी को समान और पर्याप्त पानी मिले। इन बढ़ती शिकायतों को देखते हुए मनपा प्रशासन ने वॉर्डवार जल टीमें गठित की हैं। इसमें इंजीनियर और कर्मचारी शामिल हैं। यह टीम प्रत्येक सप्ताह अपने-अपने वा
वॉर्डों में जाकर जल वितरण की समीक्षा करेगी। इस बारे में जानकारी देते हुए मनपा के जल आपूर्ति अधिकारियों ने बताया कि यह टीम इस बात पर फोकस करने वाली है कि जल वितरण को कैसे समान बनाया जाए। अवैध नल कनेक्शनों की जांच की जाएगी, कम दबाव से पानी बह रहा है तो तकनीकी खामियां दूर की जाएंगी। नल कनेक्शन के आवेदन लंबित हैं। इसे पूरा करने के बाद उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।
केंद्र सरकार ने जलजीवन मिशन के तहत हर घर नल की घोषणा की है। लेकिन मनपा प्रत्येक १० घरों पर एक नल (स्टैंडपोस्ट) दे रही है। मनपा ने चालीस में प्रत्येक दस घरों पर एक नल उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। मनपा के अधिकारियों का कहना है कि अगर हर घर में नल पहुंचाना है तो उसके अनुरूप निर्णय लेना होगा।