-धुर विरोधी की लगी है तस्वीर चर्चा में है बैनर
सामना संवाददाता / मुंबई
विभाग बंटवारे के बाद अजीत पवार गुट के मंत्री माणिकराव कोकाटे के नासिक स्थित आवास के बाहर उनके कार्यकर्ताओं ने स्वागत में बैनर लगाए गए हैं। हालांकि, इस बैनर से भुजबल की तस्वीर गायब है। इसकी जगह भुजबल के कट्टर राजनीतिक विरोधी माने-जानेवाले सुहास कांदे की तस्वीर लगाई गई है, जिसके कारण यह बैनर इस समय काफी चर्चा में है।
महायुति को राज्य में स्पष्ट बहुमत मिला। इसके बाद ५ दिसंबर को नए मंत्रिमंडल ने शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह के बाद मंत्रिमंडल विस्तार में कई दिनों तक देरी हुई। इस मंत्रिमंडल विस्तार ने पूरे राज्य का ध्यान खींचा था। इसी बीच शीतकालीन सत्र से एक दिन पहले मंत्रिमंडल विस्तार पूरा हो गया। मंत्रिमंडल विस्तार में कुल ३९ मंत्रियों ने शपथ ली, जिसमें ३३ वैâबिनेट मंत्री और छह राज्य मंत्री शामिल हैं। इसमें सबसे अधिक भाजपा के १९, घाती गुट के ११ और अजीत पवार गुट के ९ मंत्रियों का समावेश है। इस मंत्रिमंडल विस्तार में कई नए चेहरों को मौका देकर कई अनुभवी को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। बाहर का रास्ता देखनेवालों में अजीत पवार गुट के नेता छगन भुजबल भी शामिल हैं। इस बार छगन भुजबल को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाई, जिससे भुजबल काफी नाराज हैं। उन्होंने कई बार खुलकर अपनी नाराजगी भी जाहिर की।
बगावत के समय दादा के साथ थे भुजबल
अजीत पवार ने जब राकांपा से बगावत की थी, तब छगन भुजबल भी उनके साथ थे। उस समय अजीत पवार के साथ शपथ लेनेवाले आठ मंत्रियों में भुजबल भी शामिल थे। हालांकि, इस बार उन्हें नई वैâबिनेट में जगह नहीं मिल पाई है। भुजबल जहां नाराज हैं, वहीं एक और बड़ी खबर सामने आई है। इसमें अजीत पावर गुट के बैनर से भुजबल की तस्वीर को हटा दिया गया है।
चल रहे नाखुश
इस बीच यह बात सामने आ रही है कि छगन भुजबल भी नाखुश हैं। इस बार उन्हें मंत्रिमंडल में मौका नहीं मिल पाया है। भुजबल ने इस पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री फडणवीस मुझे वैâबिनेट में चाहते थे, लेकिन उन्हें पता लगाना होगा कि मुझे किसने बाहर रखा।