कर्जदाताओं के लिए एक तरफ कुआं तो दूसरी तरफ खाई
महंगी ब्याज दर दो या बदनामी झेलने को रहो तैयार
फिरोज खान / मुंबई
प्राइवेट फायनेंस कंपनी और ‘इंस्टेंट लोन’ ऐप द्वारा दिए जा रहे लोन के भयंकर दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं। लोन वसूलने के लिए ये कंपनियां इतनी खतरनाक रवैया अपनाती हैं कि कर्ज लेनेवाले व्यक्ति की जिंदगी बर्बाद हो जाती है। यहां तक कि कर्जदार खुदकुशी करने के लिए भी मजबूर हो जाता है। ऐसे में लोग लोन के इस धंधे को काफी गंदा बता रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, हाल ही में महाराष्ट्र उत्पाद शुल्क विभाग के एक संविदा कर्मचारी ने लोकल ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली, क्योंकि उसे लोन देनेवालों ने इस कदर प्रताड़ित किया कि उसे खुदकुशी करनी पड़ी। प्राइवेट फायनेंस कंपनी के अलावा लोन ऐप से कर्ज लेनेवाले भी बुरी तरह फंस रहे हैं। लोन ऐप के चक्रव्यूह में फंसने वाली महिलाओं को उनकी अश्लील तस्वीरें वायरल करने की धमकी देकर उन्हें इस कदम डराया जाता है कि वह डरकर अथवा कई गुना ब्याज अदा कर देती हैं या फिर खुदकुशी को मजबूर हो जाती हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र उत्पाद शुल्क विभाग के ५७ वर्षीय संविदा कर्मचारी साहू सदाशिव माने ने गत रविवार तड़के जीटीबी नगर स्टेशन की पटरी पर ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतक साहू की जेब से सुसाइड नोट मिलने पर पता चला कि उन्होंने प्राइवेट फायनेंस कंपनी से साढ़े तीन लाख रुपए कर्ज लिया था। लोन चुकाने में देरी के कारण उन्हें कई दिनों से प्रताड़ित किया जा रहा था। उन्हें दिन में कई बार धमकी दी जाती थी। यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी कई लोग रिकवरी एजेंट से तंग आकर खुदकुशी कर चुके हैं।
न्यूड तस्वीरें करते हैं वायरल
लोन ले चुकी महिलाओं की फेक नग्न तस्वीरें वायरल कर उन्हें बुरी तरह से प्रताड़ित किया गया। भायखला इलाके में रहनेवाली २५ वर्षीय महिला ने सोशल मीडिया पर दिखाई देनेवाले इंस्टेट लोन ऐप से लोन लिया था। महिला को लोन तो नहीं मिला, लेकिन उसे धमकीभरे कॉल आने शुरू हो गए। यहां तक कि महिला की फेक फोटो बनाकर वायरल भी किया। तब महिला ने हिम्मत नहीं हारी और भायखला पुलिस स्टेशन में जाकर शिकायत दर्ज करवाई। इसी तरह २२ साल की महिला ने भी लोन ऐप से कर्ज लिया था। बाद में कर्ज की रकम पर कई गुना ब्याज लगाकर लोन ऐप वालों ने रकम अच्छी- खासी बढ़ा दी। महिला ने यह रकम भरने से इनकार किया तो उसकी न्यूड तस्वीर बनाकर लोन ऐप वालों ने वायरल कर दी।
लोन के जाल में पुलिसकर्मी भी फंसा
वसई पुलिस स्टेशन से जुड़े एक पुलिसकर्मी ने ६.५ लाख रुपए का निजी फायनेंस कंपनी से लोन ले रखा था। लोन के तीन महीने बाद ही रिकवरी एजेंटों का पुलिसकर्मी को धमकी भरे फोन आने शुरू हो गए थे। फोन पर एजेंटों ने गाली-गलौच करना शुरू कर दिया था और इस कदर प्रताड़ित किया कि पुलिसकर्मी का जीना दूभर हो गया था। आखिरकार वरिष्ठों की मदद लेने के बाद पुलिसकर्मी की जान बची। संदीप कोरगांवकर ने भी निजी फायनेंस कंपनी से ४ लाख रुपए का लोन लिया था। लोन की अदायगी के बावजूद फायनेंस कंपनी ने ब्याज के नाम पर लोन की रकम इस कदर बढ़ा दी थी कि संदीप को वह रकम अदा करना मुमकिन नजर नहीं आया तो उसने आत्महत्या कर ली। प्राइवेट फायनेंस कंपनी की तरह लोन ऐप ने भी भयंकर रूप ले लिया है। इन दिनों ऑनलाइन लोन देनेवाले ऐप्स की संख्या भी काफी तेजी से बढ़ी है।
पुलिस ने पाए १५ फर्जी लोन ऐप
एक रिकॉर्ड के मुताबिक, हिंदुस्थान में १,०५० इंस्टेट लोन ऐप हैं। इनमें कई ऐप में अनियमितता पाई गई है। महाराष्ट्र पुलिस ने १५ फर्जी लोन ऐप को गूगल प्ले स्टोर से हटाने को कहा है। पुलिस के मुताबिक, लोन ऐप के तार दुबई, हांगकांग, नेपाल, मॉरीशस से जुड़े हुए हैं। डिजिटल ब्लैकमेल और धमकियों से बचने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए, जैसे कि बिना वजह कोई लोन ऐप डायनलोड न करें, लिंक, एसएमएस आदि से लोन ऐप डाउनलोड नहीं करें। ऐप डाउनलोड करते समय आईडी भरोसेमंद को ही दे। आईडी देने से पर्सनल जानकारी चोरी होने का खतरा बढ़ जाता है।