मुख्यपृष्ठखबरेंनव वर्ष का संकल्प: उत्तम आहार

नव वर्ष का संकल्प: उत्तम आहार

 

शीतल अवस्थी
अगर आप मोटापा कम करने की सोच रहे हैं तो पर्याप्त व्यायाम के बाद वसायुक्त भोजन करने से काम नहीं बनेगा। अपनी खाद्यशैली को वसामुक्त किए बिना वजन कम करने का आपका लक्ष्य पूरा नहीं होगा। व्यायाम और आहार में परिवर्तन के अलावा वजन कम करने के लिए उपापचय को बेहतर बनाना आवश्यक है। भोजन की मात्रा नहीं बल्कि उसके प्रकार पर घ्यान दिया जाना चाहिए। ऐसा भोजन लीजिए जिसमें चिकनाई कम हो, जटिल कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक हो और अधिकाधिक रेशों का समावेश हो। ऐसे भोजन से बचिए, जिसमें वसा और कोलेस्टरोल की मात्रा अधिक हो और जो पूरी तरह कार्बोहाइड्रेट और रेशों से रहित हो।

दुग्ध उत्पादों और अन्य कैल्शियम युक्त पदार्थों में वसा कम मात्रा में होती है और भूख पर बेहतर नियंत्रण होता है। अगर आप अपने शरीर की चर्बी को कम करना चाहते हैं तो कैल्शियम युक्त उत्पादों का सेवन बढ़ाएं। वजन घटाने के पारंपरिक तरीकों, जैसे भूखा रहना, बेस्वाद भोजन खाना और अनेक खाद्य प्रदार्थो से वंचित रहना आप को खलने लगता है आप सारी डाइटिंग वाइटिंग भूल कर फिर वजन बढा लेते है। यह बात बिलकुल संभव है कि जम कर खाना खाया जाए, उसका आनन्द लिया और साथ ही वजन भी कम होता रहे बस आपको कुछ बातें जानना जरूरी है। मोटापा कम करने के लिए सेब के छिलके में जादुई गुण होते हैं। वजन कम करने के लिए केवल मुठ्ठी भर अखरोटों की जरूरत होती है। बीन्स कम वसा तथा ग्लाइसिमिक इंडेक्स वाली और भरपूर रेशे तथा प्रोटीन युक्त होती हैं। अदरक में जादुई गुण होते हैं। इससे पाचन सम्बन्धी समस्याएं दूर होती हैं। वजन कम करने के लिए अपने आहार में अदरक को शामिल करें। सुबह टहलने या कसरत करने के बाद ओटमील खाएं। ओटमील धीरे-धीरे पचने वाला कार्बोहाइड्रेट होता है जो रक्त शर्करा और इंसुलिन स्तर को न्यूनतम रखता है और वसा के जारण को तीव्र करता है। काली मिर्च के सेवन से वसा तथा कैलोरी के तेज गति के जारण से उपापचय तीव्र होता है। अंडे वसा के जारण के लिए सर्वश्रेष्ठ भोज्य पदार्थ हैं।

जल शरीर का सबसे आवश्यक तत्व है। अगर आप पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं तो मिनटों में आपको पानी की कमी का अहसास होगा। अक्सर हम प्यास बुझाने की बजाय खाने से पेट भरने की गलती करते हैं। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना आवश्यक है क्योंकि यह चर्बी कम करने में सहायक है। आपका पेट जब तक पूरी तरह न भर जाए आप इनमें से कुछ भी खा सकते हैं। जैसे फलियों में सेम, मटर, काली सोयाबीन। फलों में जामुन, संतरा, खरबूजा, केला तथा नाशपाती। अनाज में भुट्टा, चावल, गेहूं, बाजरा, जौ तथा मोठ और सब्जियों में पत्तागोभी, फूलगोभी, गाजर, सलाद के पत्ते, प्याज, शकरकंद, पालक, मशरूम, बैगन, अजवाइन के पत्ते, मेथी, चौलाई तथा टमाटर। जटिल कार्बोहाईड्रेट्स में कैलोरी की मात्रा कम होती है रेशा अधिक होता है और ये भारी भी होते है अत: कम खाने से भी आपका पेट भर जाता है इसके विपरीत साधारण कार्बोहाईडे्रट अर्थात शक्कर, अल्कोहल, शहद, शीरा आदि से पेट नहीं भरता, उनमें न तो रेशा होता है और न ही वे भारी होते है। वसा की मात्रा ध्यान में रखते हुए संतुलित आहार लीजिए कम वसा वाले अथवा वसारहित पदार्थ खाने पर जोर दीजिए। वसारहित दही अथवा पनीर, बिना चिकनाई वाले बिस्कुट आदि तेल का इस्तेमाल कम करें। वसायुक्त आहार खाने के बाद जमा की गई कैलोरी को बाद में खर्च करना अधिक दुष्कर है बेहतर है कि अधिक मात्रा में कैलोरियां उदरस्थ ही न की जाएं प्रतिदिन सामान्य गति से २० से ६० मिनट तक चलना ही पर्याप्त है। सामान्य से अधिक वजन होना इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि आपने कितनी वसा ली प्राय: मांसाहारी भोजन और तेलों के द्वारा आपके शरीर में पहुंचती है। किंतु यदि आप इन दिशानिर्देशा पर चलेंगे तो आप सचमुच वजन घटा रख सकते हैं और अपना जीवन सुखमय बना सकते हैं। अत: इस वर्ष से आहार को वसामुक्त करने का संकल्प लें।

 

अन्य समाचार