उमेश गुप्ता/वाराणसी
नए साल से ठीक एक दिन काशी में पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। गंगा घाटों से लेकर सारनाथ, काशी विश्वनाथ मंदिर, मार्कंडेय धाम सहित विभिन्न मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखी जा रही है। वहीं, प्रशासन ने जाम की स्थिति को देखते हुए शहर को कई सेक्टर में बांट दिया है। डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर, अस्सी घाट, गंगा घाट पर पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है। सुरक्षा के सारे पुख्ता इंतजाम कर दिए गए हैं। वहीं, संदिग्ध लोगों पर भी निगरानी की जा रही है।
नए साल में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए श्री काशी विश्वनाथ धाम परिक्षेत्र को पांच सेक्टर में बांटा गया है। 45 ड्यूटी पॉइंट भी बनाए गए हैं। ड्यूटी पॉइंट पर तैनात पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं की सहूलियत का भी ध्यान रखेंगे।
डीसीपी काशी जोन ने बताया कि कालभैरव मंदिर के इर्द-गिर्द 11 ड्यूटी पॉइंट बनाए गए हैं। संकटमोचन मंदिर के आसपास आठ ड्यूटी पॉइंट्स बने हैं। अस्सी घाट पर अस्सी चौकी और बीएचयू कैंपस स्थित विश्वनाथ मंदिर पर लंका थाने की पुलिस तैनात रहेगी।
गंगा के आसपास जल पुलिस, पीएसी, बाढ़ राहत दल और 11 एनडीआरएफ के जवान तैनात रहेंगे। किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए शहर में 12 क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) तैनात रहेंगी।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को बाबा की चारों प्रहर की आरती, रुद्राभिषेक और सुगम दर्शन के लिए मशक्कत करनी पड़ेगी। बाबा की सभी आरती और रुद्राभिषेक की बुकिंग 27 जनवरी तक फूल हो चुकी है। सुगम दर्शन के टिकट के स्लॉट भी चार जनवरी तक ऑनलाइन बुक हो गए हैं।
विश्वनाथ धाम बनने के बाद यह पहला मौका होगा, जब चारों प्रहर की आरती, सुगम दर्शन और रुद्राभिषेक की बुकिंग महीने भर के लिए फूल हुई है। 31 दिसंबर से दो जनवरी तक सभी टिकटों की बुकिंग पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। बाबा विश्वनाथ की मंगला आरती, मध्याह्न भोग आरती, सप्तर्षि आरती और श्रृंगार भोग आरती के ऑनलाइन टिकट भी नहीं मिल रहे हैं। अभिषेक और सुगम दर्शन के टिकटों की बुकिंग भी बंद हो गई है।
श्री काशी विश्वनाथ धाम में दिसंबर के अंतिम सप्ताह में श्रद्धालुओं की भीड़ का दबाव अचानक बढ़ा है। 21 दिसंबर को धाम में 1.80 लाख, 22 दिसंबर को दो लाख से अधिक, 23. दिसंबर को डेढ़ लाख, 24 दिसंबर को 1.75 लाख और 25 दिसंबर को 1.90 लाख, 26 को ढाई लाख से अधिक और 27 को 2.70 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे। वर्ष के अंतिम दिन और नए साल पर श्रद्धालुओं की संख्या छह से सात लाख होने का अनुमान है।
काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि नए वर्ष पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए 31 दिसंबर से दो जनवरी तक कोई भी टिकट बुक नहीं होंगे।