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साई भक्तों के दान से मिलता है मुफ्त प्रसाद …सुजाॅय विखे पाटील या भाजपा के घर के पैसे से नहीं …वर्षा गायकवाड़ ने दिया करारा जवाब

सामना संवाददाता / मुंबई
शिर्डी में देशभर के लाखों साई भक्त अन्नछत्र में भोजन करते हैं और इसे साई बाबा का प्रसाद मानते हैं। इन साई भक्तों को भिखारी कहनेवाले बीजेपी के पूर्व सांसद सुजय विखे पाटील को सत्ता का घमंड चढ़ा हुआ है। उनकी सामंती सोच ने साई भक्तों का अपमान किया है। अन्नछत्र का खर्च साई भक्तों के दान से होता है, सुजय विखे के घर के पैसे से नहीं। इस अपमानजनक बयान के लिए सुजय विखे को माफी मांगनी चाहिए, ऐसी मांग मुंबई कांग्रेस की अध्यक्ष सांसद वर्षा गायकवाड़ ने की है।
सुजय विखे के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि शिर्डी में रोजाना लाखों साई भक्त श्रद्धा के साथ आते हैं। शिर्डी सभी धर्मों का तीर्थ स्थल है। लाखों भक्त दर्शन के बाद दानपेटी में अपनी श्रद्धा से दान देते हैं। साई भक्तों के दान से हर साल लगभग ८०० करोड़ रुपए साई संस्थान के पास जमा होते हैं। इस धन से साई देवस्थान भक्तों के लिए विभिन्न योजनाएं चलाता है। अन्नक्षेत्र भी इन्हीं पैसों से चलता है, फिर सुजय विखे को इसमें परेशानी क्यों है? साई भक्तों को भिखारी कहकर अपमान करने के बावजूद सुजय विखे अपनी बात पर अड़े हुए हैं। उनका यह रवैया उनके अहंकार को दर्शाता है। जनता हमेशा ऐसे अहंकारी लोगों को सबक सिखाती है। लोकसभा चुनाव में अहिल्यानगर की जनता ने सुजय विखे को करारा जवाब दिया था।

उन्होंने आगे कहा कि सुजय विखे और उनका परिवार वर्षों से सत्ता में रहकर भ्रष्ट तरीकों से कमाए गए पैसे से अन्नछत्र नहीं चला रहा है। अगर सुजय विखे को मुफ्त में भोजन देने की जगह मुफ्त शिक्षा देनी है, तो वे अपनी शिक्षा संस्थानों में गरीब और सामान्य परिवारों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा दें। लाखों रुपए डोनेशन और भारी फीस लेकर शिक्षा का व्यापार क्यों कर रहे हैं?

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