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इस्तीफे का बढ़ा दबाव … मुंडे की कुर्सी डोली! …सरपंंच हत्याकांड मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष हुआ एकजुट

राज्यपाल से मिला विधायकों का प्रतिनिधिमंडल

सामना संवाददाता / मुंबई
ईडी २.० सरकार के मंत्री धनंजय मुंडे की कुर्सी डोल रही है। सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड मामले में उनके ऊपर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ गया है। इस मामले में पक्ष और विपक्ष दोनों एकजुट हो गए हैं। ऐसे में धनंजय मुंडे की परेशानी बढ़ गई है।
बता दें कि कल इस मामले को लेकर विपक्ष और सत्ताधारी विधायक एकजुट नजर आए। धनंजय मुंडे के इस्तीफे की मांग लेकर विधायकों के एक प्रतिनिधि मंडल ने कल राज्यपाल से मुलाकात की। ऐसे में अब अटकलें तेज हो गई हैं कि मुंडे की कुर्सी कभी भी उनके हाथ से जा सकती है। उल्लेखनीय है कि सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड मामला महायुति सरकार के लिए सिरदर्द बन गया है।

बीडकांड पर लीपापोती कर सकते हैं मंत्री मुंडे!
प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से हटाने का किया अनुरोध

राज्य के कैबिनेट मंत्री धनंजय मुंडे की मंत्रिमंडल से छुट्टी हो सकती है। सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड में मुंडे पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया है। कल विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मिलकर कहा कि मंत्री रहते धनंजय मुंडे सरपंच संतोष देशमुख मामले में लीपापोती कर सकते हैं, इसलिए उन्हें तुरंत हटा देना चाहिए।
बता दें कि यह मामला इतना गरमा गया है कि मुंडे कल उप मुख्मंत्री अजीत पवार से मिलने गए और बंद कमरे में काफी देर तक दोनों के बीच बातचीत हुई। बाद में मीडिया द्वारा पूछे जाने पर मुंडे ने कहा कि वे तो नए साल की शुभकामना देने गए थे। मामले की जांच को लेकर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व विधायक अंबादास दानवे ने आरोप लगाते हुए कहा कि जांच के लिए गठित एसआईटी में शामिल जांच अधिकारी भी आरोपियों के करीबी हैं। इस मामले में सरकार हमारी नहीं सुन रही है, इसलिए हमें राज्यपाल से मिलना पड़ा। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने हमारी मांगों को विस्तार से सुना है।
महाराष्ट्र चाहता है न्याय
स्वराज्य पार्टी के नेता संभाजीराजे ने कहा कि पहले ही देर हो चुकी है। महाराष्ट्र मूल रूप से इस मामले में न्याय चाहता है। यह मामला जातिवाद और राजनीति से परे है। अगर संतोष देशमुख की नृशंस हत्या के बाद भी उचित न्याय नहीं दिया गया, तो ऐसी घटनाएं पूरे महाराष्ट्र में होंगी। इसलिए हमने राज्यपाल से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। हम मांग करते हैं कि जांच होने तक धनंजय मुंडे मंत्री पद से इस्तीफा दें। राकांपा (शरदचंद्र पवार) विधायक जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि मंत्री धनंजय मुंडे को इस्तीफा देना चाहिए। वाल्मिक कराड को ३०२ के तहत आरोपी बनाया जाना चाहिए। हमें अपराध का महिमामंडन नहीं करना है। हम संवैधानिक तरीकों से धनंजय मुंडे के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। बीड में पहले भी अपराध हो चुके हैं, जिनकी जांच होनी चाहिए। इस मामले में तीसरे फरार आरोपी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
प्रतिनिधिमंडल की ये हैं मांग
प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि राज्यपाल इस भावना को मजबूत करें कि राज्य में कानून व्यवस्था कायम है। अपहरण, जबरन वसूली और हत्या मामले के मास्टरमाइंड वाल्मिक कराड के खिलाफ बीएनएस १०३ (पुरानी आईपीसी ३०२) के तहत हत्या का मामला तुरंत दर्ज किया जाना चाहिए और मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में की जानी चाहिए। कानून क्रियान्वयन करनेवाले अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की है कि अपने कर्तव्यों में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

गवर्नर को सौंपा ज्ञापन
इसी बीच कल पूर्व सांसद संभाजीराजे, विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे, विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार, सांसद बजरंग सोनावणे, आष्टी के भाजपा विधायक सुरेश धस, विधायक संदीप क्षीरसागर और ज्योति मेटे ने गवर्नर सी. पी. राधाकृष्णन से मुलाकात करते हुए उनहें एक ज्ञापन दिया, जिसमें उन्होंने सरपंच हत्या मामले के आरोपियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की।

अपराधों में वृद्धि
बीड में रंगदारी, अपहरण और अन्य अपराधों में वृद्धि हुई है। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को बताया कि सरपंच संतोष देशमुख मामला बीड में बिगड़ती कानून व्यवस्था का उदाहरण है। पुलिस की कथित लापरवाही और पक्षपात के कारण बीड जिले में अशांति पैâल गई है।

बचाने की कोशिश
प्रतिनिधिमंडल ने यह भी कहा कि पूरे राज्य में सार्वजनिक सुरक्षा को गंभीर खतरा है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व विधायक अंबादास दानवे ने कहा कि सोमनाथ सूर्यवंशी की हत्या भी संगीन मामला है। महायुति सरकार मुंडे और कराड को बचाने की कोशिश कर रही है।

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