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भाजपा में गए शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के सभी भिखारी … इस्तीफा दें वोटरों को वेश्या कहनेवाले विधायक …आपत्तिजनक बयान देने वालों पर संजय राऊत का तीखा प्रहार

सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र में पड़े वोट की पोल घाती गुट के विधायक संजय गायकवाड़ ने खोली है। उन्होंने वोटरों की तुलना वेश्या से कर डाली। कोई वोटरों को वेश्या और लोकतंत्र को रखैल कह रहा होगा, संविधान को कोई गुलाम मान रहा होगा और सत्तारूढ़ दल के विधायक ऐसा कह रहे होंगे तो इसकी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की है। दो-दो हजार में वोटरों को खरीदने और उन्हें वेश्या वाले बयान पर विधानसभा अध्यक्ष और राज्यपाल को इस पर अपनी राय देनी चाहिए। साथ ही एकनाथ शिंदे को इस तरह के आपत्तिजनक बयान देनेवाले विधायक का इस्तीफा ले लेना चाहिए। इस तरह की मांग शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने की है।
मुंबई में सांसद संजय राऊत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि शिंदे गुट के विधायक ने वोटरों के बारे में जिस तरह का बयान दिया है, उसे मैं गंभीर मानता हूं। इस महाराष्ट्र के करोड़ों वोटरों को यदि कोई वेश्या कहता है तो एकनाथ शिंदे को उससे इस्तीफा लेना चाहिए। शिर्डी के साई बाबा भक्तों पर भाजपा नेता सुजय विखे पाटील के दिए गए बयान की भी संजय राऊत ने खबर ली। उन्होंने कहा कि शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के सभी भिखारी भाजपा में चले गए हैं। सुजय विखे-पाटील जैसे लोग अपने भ्रष्टाचार को रोकने और सत्ता के लिए भाजपा के दरवाजे पर भीख मांग रहे हैं। सांसद राऊत ने कहा कि कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे ने कहा कि लाडली बहन योजना के कारण सरकार की तिजोरी पर बोझ पड़ा है।

आसान नहीं है पालकमंत्री का बंटवारा
संजय राऊत ने कहा कि पालकमंत्री का बंटवारा आसान नहीं है। देवेंद्र फडणवीस जैसे व्यक्ति के मुख्यमंत्री होते हुए भी पालकमंत्री पद का बंटवारा नहीं हो पा रहा है। विभाग के बंटवारे की भी घोषणा जल्द नहीं हो पाई थी। २६ जनवरी नजदीक आ रही है। गणतंत्र दिवस पर पालकमंत्री को अभिवादन करना पड़ता है। इसके बावजूद अभी तक पालकमंत्री पद का बंटवारा नहीं हो सका है। संजय राऊत ने कहा कि चाहे किसी को भी पालकमंत्री पद दे दिया जाए, लेकिन घोटाला जारी रहेगा।

संजय राऊत ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव अखाड़ा बन गया है। यह चुनाव प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के प्रतिष्ठा का है। अरविंद केजरीवाल १५ साल से सत्ता में हैं। हालांकि, भाजपा दिल्ली की सत्ता पाने के लिए बेताब है। अगर पीएम मोदी महिलाओं का सम्मान करते हैं तो भाजपा को विवादित बयान देनेवाले बिधूड़ी को चुनाव से हटा देना चाहिए। तभी हम मानेंगे कि पीएम मोदी संस्कारी हैं। संजय राऊत ने यह भी कहा कि वह अपनी पार्टी को संस्कारित बनाना चाहते हैं।

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