उमेश गुप्ता / वाराणसी
धर्म की नगरी काशी में धार्मिक ज्ञान और दीक्षा देने के नाम पर कोलकाता से आई एक महिला के साथ एक कथित अघोरी साधु द्वारा अभद्रता और अश्लील हरकतें करने का मामला सामने आया है। पीड़िता का आरोप है कि साधु ने उसके साथ मारपीट की और दुष्कर्म का प्रयास किया। महिला किसी तरह से मौके से भाग निकली और पुलिस से शिकायत की, लेकिन पहले पुलिस ने मामला दर्ज करने में टाल-मटोल किया।
पीड़िता के अनुसार, वह 23 दिसंबर को अपने पति के साथ वाराणसी आई थी। इससे पहले सोशल मीडिया के माध्यम से उनकी मुलाकात एक साधु राजगोपाल मणिकंदन से हुई थी। साधु ने उन्हें तमिलनाडु के अपने ट्रस्ट “श्री जय अघोरकाली थिरुकोविल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट” का सदस्य बनाया और काशी के मणिकर्णिका घाट पर दीक्षा देने की बात कही। वाराणसी पहुंचने पर पीड़िता और उसके पति ने चौक क्षेत्र के एक गेस्ट हाउस में ठहरने का निर्णय लिया।
साधु ने महिला को गंगा पार मणिकर्णिका घाट पर रात के समय तांत्रिक क्रियाओं में भाग लेने के लिए कहा। जब महिला ने इसका विरोध किया तो साधु ने उसके पति को वापस कोलकाता भेजने का आदेश दिया। साधु के आदेश पर पीड़िता का पति उसे छोड़कर वापस चला गया।
पति के जाने के बाद पीड़िता को साधु के शिष्यों ने गेस्ट हाउस में बुलाया। वहां उन्होंने गांजा पीने और साधु को समर्पित होने के लिए मजबूर किया। महिला ने वहां से निकलने की कोशिश की, लेकिन 25 दिसंबर को आरोपी साधु ने उसे फिर बुलाकर जबरदस्ती करने का प्रयास किया। किसी तरह महिला वहां से भाग निकली। कुछ दिनों बाद साधु के शिष्यों ने उसे दोबारा गेस्ट हाउस के कमरे में ले जाकर दुष्कर्म की कोशिश की। महिला ने 26 दिसंबर को चौक थाने में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने तत्काल कार्रवाई नहीं की। बार-बार शिकायत के बावजूद केस दर्ज नहीं किया गया। थाने में कई बार चक्कर काटने के बाद महिला सदमे में बेहोश हो गई। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया।
1 जनवरी को अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद महिला ने फिर से शिकायत की। बढ़ते विवाद को देखते हुए पुलिस ने 3 जनवरी को एनसीआर दर्ज कर जांच शुरू की। पीड़िता ने बताया कि जब वह अपने पति के साथ गेस्ट हाउस के कमरे में गई, तो वहां कुछ लोगों ने वीडियो बनाकर मामले को गलत दिशा देने की कोशिश की। अब वह न्याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटा रही है। दशाश्वमेध क्षेत्र के एसीपी धनंजय मिश्रा ने कहा, “महिला की शिकायत पर एनसीआर दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच जारी है। कोर्ट ने इस मामले में रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट और महिला के बयान के आधार पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।”