भारत में एटीएम से सही नोट निकलने के चांसेस हमेशा ९९ फीसदी से अधिक होते हैं, लेकिन अगर एटीएम से १००, २०० और ५०० की आरबीआई द्वारा जारी नोटों के अलावा कोई और नोट निकल जाए, तो कस्टमर का बुरा हाल हो सकता है। गुड़गांव के एक शख्स के दावे के अनुसार, उसके अकाउंट से ५०० रुपए का नकली नोट निकल गया।
इसके बाद शख्स बिना ध्यान दिए उसे अपने पर्स में रख लेता है। लेकिन खेल तो तब हो जाता है, जब वही नोट वैâब ड्राइवर को देने लगता है। चिल्ड्रन बैंक ऑफ इंडिया की नोट देख वैâब ड्राइवर गुस्सा हो जाता है और शख्स की जमकर क्लास लगा देता है। इस घटना पर रेडिट यूजर्स भी बंदे की जमकर मौज ले रहे हैं। एक यूजर ने ‘मैं पकड़ा गया’ टाइटल के साथ एक घटना के बारे में बताया है। यूजर ने लिखा कि मुझे ९० परसेंट यकीन है कि यह एटीएम से आया है। बाकी १० प्रतिशत मैं इसलिए नहीं मानता, क्योंकि कोई एटीएम ऐसी गलती कर सकता है। वह आगे लिखता है कि मैंने बिना ध्यान दिए खिलौने के पैसे एक उबर ड्राइवर को भुगतान करने की कोशिश की।
वह बताता है कि एक टूरिस्ट की तरह मैं लापरवाही से ग्रामीण गुड़गांव को चारों ओर देखने का आनंद ले रहा था। लेकिन जब राइड खत्म होने के बाद मैंने पेमेंट के लिए अपने पर्स से ५०० के ३ नोट निकाले और ड्राइवर को दिए। तो अचानक वह मुझ पर चिल्लाने लगा है। उसने मुझे अंग्रेजी में कुछ शब्द बोले। वह फेंक, फेंक (यानी नकली) कहने की कोशिश कर रहा था।
यह देख मेरी उलझन बढ़ गई और मुझे उसके गुस्से और उच्चारण से ऐसा लग रहा था जैसे वह मुझे कोस रहा है। यूजर ने रेडिट पोस्ट के अंत में लिखा- यह क्या था, और क्या मैं आधिकारिक तौर पर बेवकूफ हूं? रेडिट यूजर के साथ हुई इस घटना पर यूजर्स भी कमेंट सेक्शन में जमकर प्रतिक्रिया देते नजर आ रहे हैं। एक यूजर ने लिखा- मुझे १०० प्रतिशत यकीन है कि यह एटीएम से नहीं आया है। दूसरे ने कहा कि ठीक है, मैं समझता हूं कि आपने इसे नहीं देखा, लेकिन क्या आपने इसे महसूस नहीं किया? तीसरे ने लिखा कि बहुत संभावना है कि ड्राइवर ने इसे बदल दिया हो, एटीएम से बाहर आने का कोई रास्ता नहीं है। चौथे यूजर ने कहा कि यार, तुम्हें अभी-अभी मनोरंजन मिला है। इससे उबरना संभव नहीं है।