– पाकिस्तान के हाथ से रेत की तरह फिसल रहा बलूचिस्तान
एजेंसी / काबुल
आतंकवादियों का आका पाकिस्तान अब खुद ही चौतरफा घिर गया है। एक तरफ, अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने शाहबाज शरीफ की सेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है तो दूसरी तरफ बलूचिस्तान पाकिस्तान के हाथ से रेत की तरह फिसलता जा रहा है। बलोच विद्रोहियों ने बलूचिस्तान प्रांत के एक प्रमुख शहर के प्रमुख बाजार पर कब्जा कर लिया है। पुलिसवाले थाना छोड़कर भाग गए। विद्रोहियों ने पुलिस स्टेशन पर पहले कब्जा किया और बाद में उसे आग के हवाले कर दिया। इसके बाद बलूचिस्तान लिब्रेशन आर्मी (बीएलए) के लड़ाकों ने बैंक और बाजार पर भी कब्जा कर लिया। बता दें कि बीएलए लगातार बलूचिस्तान को पाकिस्तान के कब्जे से आजाद करने की लड़ाई लड़ रहा है।
बलोच विद्रोहियों ने बलूचिस्तान के तीसरे बड़े शहर पर कब्जा कर पाकिस्तान आर्मी और सरकार को सीधा संकेत दिया है कि वे अब पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। साथ ही बलूचिस्तान को आजाद कराने के लिए विद्रोही लगातार सशस्त्र संघर्ष कर रहे हैं। इस बीच बीएलए ने जेहरी में मुख्य बाजार पर नियंत्रण कर २-३ स्थानों पर चेक पोस्ट स्थापित किए। बुलबुल जेहरी रोड और ट्रांसॉन रोड पर भी खास चेकपोस्ट स्थापित कर दिया है। राहत बलों को रोकने के लिए पास के पहाड़ों पर घात स्थल भी स्थापित किए गए हैं। बीएलए ने मस्जिद के लाउडस्पीकर के माध्यम से घोषणाएं कीं और जेहरी तहसील पर नियंत्रण करने का दावा भी किया।
अर्धसैनिक बलों को बनाया निशाना
विद्रोहियों ने पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में बड़ा हमला किया है। यहां के चमन शहर में आतंकवादियों ने एक ट्रक पर इम्प्रवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) से हमला किया है। इस हमले में चार नागरिक घायल हो गए। पुलिस अफसर ने बताया कि यह हमला बलूचिस्तान में मौजूद एक सैन्य बल फ्रंटियर कोर के कर्मियों को निशाना बनाकर किया गया था। गनीमत यह रही कि इस हमले में किसी भी जवान को चोट नहीं पहुंची। उन्होंने बताया कि सड़क किनारे खड़ी एक मोटरसाइकिल में आईईडी लगाकर रखा था और जैसे ही ट्रक उस जगह से गुजरा बड़ा धमाका हो गया।
बीएलए के हमलों में तेजी से हुई वृद्धि
पाकिस्तानी सैनिक बॉर्डर पर तालिबान बलों का सामना करने के अलावा देश के भीतर बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) का सामना कर रही है। पिछले तीन दिनों में बीएलए ने पाक सेना के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं। कुछ दिन पहले एक हमलावर ने कराची से बेहान जा रहे प्रâंटियर कोर के कर्मियों को ले जा रही बस पर हमला किया था। इस हमले में छह लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले की जिम्मेदारी बीएलए ने ली थी।