संदिग्ध की गिरफ्तारी से पुलिस का इनकार
सामना संवाददाता / मुंबई
बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हुए जानलेवा हमले का मकसद अब तक साफ नहीं हुआ है। हमलावर क्या वकई चोरी के मकसद से घर में घुसा था या सैफ अली का कत्ल करने के लिए पहुंचा था यही हकीकत पता लगाने के लिए पुलिस काफी सक्रिय हो गई है। फिलहाल हमलावर पकड़ से बाहर है, उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने अलग-अलग ३५ टीम बनाई हैं। इनमें २० टीम लोकल पुलिस की हैं और १५ टीम क्राइम ब्रांच की हैं। पुलिस के मुताबिक, हमलावर के बांद्रा रेलवे स्टेशन से वसई-विरार की तरफ भाग निकलने की सूचना मिली है। इसी सूचना के आधार पर पुलिस की टीमें वसई, नालासोपारा, विरार आदि इलाकों में हमलावर को ढूंढने की कोशिश कर रही हैं। पुलिस ने दावा किया था कि सीसीटीवी फुटेज के सहारे एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है, बावजूद इसके पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस ने बताया कि हिरासत में लिए व्यक्ति से पूछताछ के बाद बता चला कि उस संदिग्ध व्यक्ति का हमले से कोई लेना-देना नहीं है। हमलावर को पकड़ने के लिए पुलिस ने पहले २० टीमें बनाई थीं। बावजूद इसके हमलावर हाथ नहीं लगा तो पुलिस ने १५ और टीमें बनार्इं। टीम में क्राइम ब्रांच के तजुर्बेकार अधिकारियों को शामिल किया गया है, ताकि हमलावर हर हाल में पकड़ लिया जाए।
पुलिस जांच में हमलावर भले ही अब तक पकड़ा नहीं गया हो, लेकिन कई चौंकानेवाली जानकारियां पुलिस को मिली हैं। सीसीटीवी फुटेज में पुलिस ने पाया कि महलावर इमारत की सीढ़ी चढ़ते वक्त नंगे पैर था और जब वह सैफ पर हमला करने के बाद लौट रहा था तो उसके पैर में जूते थे। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि आखिर भागते वक्त उसके पैर में जूते कहां से आ गए।
ठेकेदार से पूछताछ की गई
मुंबई पुलिस ने अपनी जांच में कारपेंटिंग ठेकेदार से पूछताछ की है। ठेकेदार की देखरेख में सैफ के घर पर पॉलिशिंग का काम चल रहा था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि पॉलिश का काम कर रहे मजदूरों में से किसी का घटना से संबंध हो सकता है। पुलिस का मानना है कि सैफ के घर कई दिनों से पॉलिशिंग का काम चल रहा था, ऐसे में काम कर रहे मजदूरों को घर के अंदर और बाहर की सभी जानकारी थी। ठेकेदार के साथ-साथ पुलिस सभी मजदूरों की जानकारी इकट्ठा कर रही है।