साधु भूल करे तो श्रावक सुधारे, श्रावक भूल करे तो साधु सुधारे लेकिन दोनों भूल करे तो कौन सुधारे? ये कहते हुए ऑल इंडिया जैन जर्नलिस्ट एसोशिएशन के राष्ट्रीय स्थापक अध्यक्ष हार्दिक हुंडिया ने कहा कि ये सुधारने की भूमिका अब आइजा निभाएगा। मेरा ही धर्म है श्रेष्ठ है उनका अभिमान नहीं मान होना चाहिये और हो सके इतना ज़्यादा से ज़्यादा हमको जैन धर्म के नीति नियमों का पालन करना चाहिए। हार्दिक हुंडिया ने कहा धर्म के नाम पे व्यापार और बढ़ते शिथिलाचार को रोकने के लिए आइजा संदेश आगे रहेगा। मध्य प्रदेश के मांडव गढ़ जैन तीर्थ में ३०० से ज़्यादा जैन पत्रकारों की उपस्थित में ऑल इंडिया जैन जर्नलिस्ट एसोशिएशन का अखबार आइजा संदेश का विमोचन आइजा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हार्दिक हुंडिया ने किया। मध्य प्रदेश आइजा के अध्यक्ष प्रदीप बाफना, गुजरात के राज्य के अध्यक्ष आनंद दोशी, कर्नाटक के अध्यक्ष गौतम बागरेचा , स्टेट प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल जैसे कई पत्रकारों और जैन श्रेष्ठी महानुभावों की उपस्थिति थी।
आइजा के मध्य प्रदेश के अध्यक्ष डॉ प्रदीप बाफना ने कहा कि आइजा संदेश अखबार एक जैन धर्म के अनुआइओ को नई दिशा देगा। आइजा संदेश के प्रधान संपादक प्रदीप जैन ने कहा कि आइजा संदेश में आइजा के सदस्यों ने जो भी अच्छे कार्य किये होंगे वो खबर को प्राधान्य दिया जाएगा। हार्दिक हुंडिया ने देश भर के जैन पत्रकारों के एक होने की विनती करते हुए कहा कि जैन धर्म के सिद्धांतों का जितना हो इतना प्रचार कर के धर्म की महिमा बढ़ायें तो साथ-साथ धर्म में बढ़ता शिथिलाचार रोकने का कलम द्वारा हर संभव प्रयास करें।
हार्दिक हुंडिया ने कहा कि जैन जगत का नाम देश और विदेश में रोशन करने वाले टाइम्स ऑफ़ इंडिया के स्वर्गीय अशोक जैन, राजस्थान पत्रिका के गुलाब चंद कोठारी, गुजरात समाचार के श्रेयांश भाई शाह, लोकमत के विजय भाई दरडा, जय हिन्द अखबार के यशवंत भाई शाह, क़ानून जगत में वरिष्ठ धारा शास्त्री पिता पुत्र की जोड़ी विष्णु जैन और हरि शंकर जैन, उद्योग जगत में गौतम अदानी, सुधीर मेहता, भरत शाह, रमेश मुथा जैसे सभी क्षेत्रों के महानुभावों का संदेश आइजा संदेश द्वारा प्रकाशित किया जाएगा। जैन धर्म के चारो संप्रदाय श्वेतांबर, दिगम्बर, तेरा पंथी, स्थानक वासी सभी पत्रकारों की आवाज़ है आइजा।