मुख्यपृष्ठअपराधतहकीकात : सीरियल किलर की खौफनाक दास्तान

तहकीकात : सीरियल किलर की खौफनाक दास्तान

फिरोज खान

एक ऐसा सीरियल किलर जिसकी कहानी सुनकर न केवल पुलिस, बल्कि आम लोग भी हैरान हैं। सीरियल किलर द्वारा लोगों के कत्ल करने के तरीके और लाश को टुकड़े-टुकड़े कर तिहाड़ जेल के आसपास फेंकने के मामले को जानकर हर कोई हैरान है। एक-दो नहीं, बल्कि आठ लोगों की हत्या कर लाश के टुकड़ों को तिहाड़ जेल के आसपास फेंकने वाले सीरियल किलर को लेकर जेल अधिकारी से लेकर पुलिस तक हैरान व परेशान थी कि आखिर ऐसा शातिर कातिल कौन है, जो हत्या करने के बाद लाश के टुकड़े कर उन टुकड़ों को जेल के इर्द-गिर्द फेंक देता है।
लोगों की हत्या कर लाश के टुकड़े कर उन्हें जेल के इर्द-गिर्द फेंकनेवाले सीरियल किलर की हत्या करने का तरीका भी अलग ही था। वो पहले बिहार और उत्तर प्रदेश के प्रवासी मजदूरों से दोस्ती करता था फिर उन्हें नौकरी दिलवाने का लालच देकर उन्हें अपने जाल में फांस लेता था। मजदूर जब उसके पूरे भरोसे में आ जाता तो उसे एकांत जगह ले जाकर वो खूब शराब पिलाता और बाद में बड़ी बेरहमी से वो मजदूर की हत्या कर देता था। सीरियल किलर की कहानी यहीं खत्म नहीं होती। सीरियल किलर तेज चाकू से लाश के टुकड़े कर उन टुकड़ों को तिहाड़ जेल के आसपास फेंक कर फरार हो जाता। एक के बाद एक ८ लोगों को मौत के घाट उतारनेवाला सीरियल किलर लाशों के टुकड़े कर उन टुकड़ों को ठिकाने लगा देता। दिलचस्प बात तो यह है कि हत्या के बाद सीरियल किलर लाश के टुकड़ों के पास एक चिट्ठी छोड़ देता था, जिसमें लिखा रहता, मैंने हत्या की है पकड़ सको तो पकड़ लो। हत्या करना और गिरफ्तारी के लिए पुलिस को चुनौती देना यह मामला पुलिस के लिए सिर दर्द बन गया था। खतरनाक अपराधी को पकड़ने के लिए पुलिस रात-दिन परेशान थी। आखिरकार, बड़ी मशक्कत के बाद दिल्ली पुलिस को अंतत: सीरियल किलर चंद्रकांत झा को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिल ही गई। लेकिन पुलिस के लिए यह बात अभी भी पहेली ही बनी हुई है कि सीरियल किलर लोगों की हत्या करने के बाद लाश के टुकड़े क्यों करता था?

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