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हे, राम! … अयोध्या के रिक्शावालों का भी `गुजराती’ कंपनी ने छीना रोजगार!

-ट्रिपल इंजन सरकार बनी स्थानीय लोगों के लिए ट्रेजेडी
-गरीब-ई-रिक्शा चालकों पर भुखमरी की नौबत
मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
एक वर्ष पूर्व अयोध्या स्थिति श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान भगवान राम लला की भव्य प्रतिमा लगाकर राम मंदिर का उद्घाटन किया गया। राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री से उद्घाटन के नाम पर देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, कई महत्वपूर्ण धर्माचार्यों व शकराचार्य की अनदेखी कर मंदिर का उद्घाटन करवाया। अयोध्या में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एक से बढ़कर एक घोषणा हुई। जिनमें इलेक्ट्रॉनिक सिटी बस, बैटरी रिक्शे की सुविधा बनाई गई। बताते हैं कि इस बीच श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या देख कर गुजरात गैंग से जुड़ी प्राइवेट रिक्शा कंपनियों ने अयोध्या विकास प्राधिकरण और राज्य सरकार में अपनी पैठ के चलते श्रद्धालुओं को लूटने की योजना को फलीभूत कर दिया। इन `गुजराती कंपनियों’ ने अयोध्या के रिक्शावालों का रोजगार छीन लिया। यही वजह है कि गरीब-इ-रिक्शा चालकों पर भुखमरी की नौबत आ गई है।
प्रशासन से मिले संरक्षण के चलते अयोध्या के मूल निवासियों व आस-पास के गरीब रिक्शा चालकों को उस क्षेत्र से बाहर कर दिया गया, जहां श्रद्धालुओं की सर्वाधिक आवाजाही है। श्रीराम मंदिर, हनुमानगढ़ी और सरयू घाट मार्ग राम पथ पर कोतवाली और राम मंदिर के बीच केवल अयोध्या विकास प्राधिकरण से संचालित होने वाले रिक्शे ही चल सकते हैं। इनके अलावा यदि कोई और रिक्शे वाले इस क्षेत्र में घुसना चाहें तो ट्रैफिक पुलिस या सिविल पुलिस वह कड़ाई से इनका प्रवेश रोकते हैं बल्कि उन पर जुर्माना भी लगाते हैं। इस बात को लेकर सस्ते किराए पर चलने वाले स्थानीय बैटरी रिक्शा वालों में बहुत आक्रोश व्याप्त है। समाचार लिखे जाने तक पुलिस प्रशासन और भाजपा के ट्रिपल इंजन की सरकार के बल पर स्थानीय गरीब रिक्शा वालों का दमन जारी है। जिम्मेदार लोगों में कोई उनके साथ न्याय करने तो दूर बात सुनने को नहीं तैयार है

योगी राज में स्थानीय गरीब रिक्शा चालकों का दमन जारी
जब राम मंदिर का उद्घाटन था तब कहा गया था कि पिंक रिक्शा चला कर महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी। यह रिक्शा अब एक प्राइवेट कंपनी संचालित कर रही है, जिसने महिलाओं को दरकिनार कर पुरुषों को थमा दिया। पिक आवर में इलेक्ट्रॉनिक बसों का संचालन यह कह कर उत्तरी छोर सरयू घाट और दक्षिणी छोर टेढ़ी बाजार पर रोक दिया जाता है। बाहर से आए श्रद्धालुओं से न्यूनतम किराया २० रुपया वसूला जाता है। जबकि उसी न्यूनतम दूरी के लिए उत्तरी छोर पर सरयू घाट से हनुमानगढ़ी तक स्थानीय बैट्री रिक्शा चालक १० रुपए में पहुंचाते हैं। ठीक इसी प्रकार टेढ़ी बाजार से श्रीरामजन्मभूमि मंदिर के लिए स्थानीय बैटरी रिक्शा चालक १० रुपए में पहुंचाते हैं। जबकि अनुबंधित तीनों रिक्शा कंपनियों के चालक २० रुपया वसूलते हैं। ।

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