सामना संवाददाता / मुंबई
ग्रीन एनर्जी सेक्टर में एस्सार कंपनी के उद्यम एस्सार रिन्यूएबल्स लिमिटेड (ईआरएल) ने दावोस में वर्ल्ड इकनोमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) में महाराष्ट्र सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। एमओयू एस्सार रिन्यूएबल्स के राज्य में प्रस्तावित निवेश का मार्ग प्रशस्त करता है, जिसमें ग्रीन मोबिलिटी पहल के लिए 2 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता विकसित करने की योजना है।
समझौते की शर्तों के तहत, एस्सार रिन्यूएबल्स चौबीसों घंटे चलने वाली अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं में लगभग 8,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा, जिसका मुख्य उद्देश्य ब्लू एनर्जी मोटर्स और ग्रीनलाइन के इलेक्ट्रिक वाहन ट्रक चार्जिंग इकोसिस्टम को सपोर्ट करना है.
इस निवेश से 2,000 से अधिक व्यक्तियों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की उम्मीद है, जो राज्य के हरित ऊर्जा और आर्थिक विकास में योगदान देगा.
साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए, एस्सार रिन्यूएबल्स के सीईओ अंकुर कुमार ने कहा, “हम महाराष्ट्र सरकार के साथ इस परिवर्तनकारी यात्रा को शुरू करने को लेकर बहुत उत्साहित हैं। यह सहयोग हमारी अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और हमें इस क्षेत्र में एक मजबूत खिलाड़ी भी बनाता है.”
एस्सार के निदेशक प्रशांत रुइया ने कहा, “हम ग्लोबल स्तर पर होने वाले ऊर्जा परिवर्तन पर नजर रख रहे हैं, और इसके साथ ही महाराष्ट्र सरकार के साथ यह साझेदारी हरित गतिशीलता के लिए स्थायी ऊर्जा के भविष्य को नया आकार देने में एक महत्वपूर्ण कदम है। अक्षय ऊर्जा और ग्रीन मोबिलिटी पहल में हमारे निवेश के साथ, हम राज्य के विकास को गति दे रहे हैं और साथ ही भारत को हरित अर्थव्यवस्था में वैश्विक तौर पर अग्रणी के रूप में स्थापित कर रहे हैं.”