मनोज श्रीवास्तव / प्रयागराज
तेलंगाना से प्रयागराज महाकुंभ के लिए निकले जत्थे को भाजपा शासित राज्यों की पुलिस ने जम कर लूटा। तेलंगाना के निर्मल से प्रयागराज में लगे महाकुंभ में स्नान करने निकले इस जत्थे के लोगों के अनुसार जब इनकी गाड़ी महाराष्ट्र की सीमा में घुसी तो सबसे पहले पुलिस ने गाड़ी का पेपर चेक किया। चालक ने अपना पेपर चेक कराया। जब सब कुछ पेपर में ठीक निकला तो पुलिस के लोग बोले कि हमको रुपये दो नहीं तो चालान कर देंगे। उन्होंने पुलिस को रुपया देकर आगे की यात्रा सुनिश्चित किया। इसके बाद जब वह महाराष्ट्र की सीमा में प्रवेश किया तो वहां की पुलिस ने भी नम्बर प्लेट देखते ही गाड़ी रोक लिया। पेपर सही होने और महाकुंभ में स्नान करने की बात बताने के बाद भी पुलिस ने चालान की धमकी देकर रुपए वसूले। यही नहीं रीवां के रास्ते जब उनकी गाड़ी उत्तर प्रदेश में पहुंची तो यूपी पुलिस ने भी उनके साथ वही व्यवहार किया जो पूर्ववर्ती भाजपा शासित राज्यों की पुलिस ने किया था। उन्होंने भी गाड़ी का पेपर चेक किया और यह बताने के बाद भी चालान की धमकी देकर पैसा वसूला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हों या भाजपा शाहिद अन्य राज्यों महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पुलिस हो, सबके लूट के स्वभाव में समानता है। सबसे सज्जन मानी जाने वाली मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की पुलिस भी कुछ कम अत्याचारी नहीं निकली।
गैर हिंदी भाषी प्रदेश से प्रयागराज महाकुंभ के स्नान के लिये निकले जत्थे के लोगों से जिस तरह लूट हुई वह अबूझ पहेली बन गयी है। इस संदर्भ में पूर्व नेता विरोधी दल विधानसभा रामगोपाल चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार में जैसी लूट मची है ऐसा कभी नहीं रह। एक धार्मिक कार्य से निकलने के बाद महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश की पुलिस ने जिस तरह तेलंगाना के श्रद्धालुओं को लूटा यह अति निंदनीय है। कुंभ में लूट, अयोध्या में लूट, जहां-जहां भाजपा की सरकार वहां-वहां श्रद्धालुओं से लूट मची है। आपदा में अवसर ढूढने वाली भाजपा जब से सत्ता में बैठी है पूरे देश मे लूट मच गई है।