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मुख्यमंत्री और मंत्रालय में उनका कार्यालय अब आम जनता को शायद ही कभी दिखाई देगा

-मंत्रालय की छठी मंजिल तक पहुंचना मुश्किल होगा…ठेकेदारों व वीवीआईपी लोगों के लिए प्रवेश की शर्तों में ढील दी जाएगी!

सुनील ओसवाल / मुंबई

मुख्यमंत्री और मंत्रालय की छठी मंजिल पर स्थित उनका कार्यालय अब आम जनता को शायद ही कभी दिखाई देगा। बताया गया है कि आम जनता के लिए प्रवेश पाना बहुत कठिन और परेशानी भरा होगा। उम्मीद है कि अगले महीने के पहले सप्ताह में गृह विभाग की ओर से ऐसी सख्त अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। हालांकि, विश्वसनीय खबर यह है कि ठेकेदारों और वीवीआईपी के लिए प्रवेश की शर्तों में ढील दी जाएगी।
सामान्य प्रशासन विभाग ने मंत्रालय के सुरक्षा तंत्र की सलाह पर यह निर्णय लिया है, चूंकि मंत्रालय में भीड़ को नियंत्रित करना कठिन हो रहा है। इसलिए आम जनता के लिए प्रवेश पास बंद कर दिए जाएंगे। इसके अलावा कर्मचारियों के पास उपस्थिति दर्ज करने के लिए फिंगरप्रिंट मशीन नहीं होगी। उनकी आंखों को स्कैन करके उन्हें प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। उन्हें यह भी बताया गया है कि बिना आमंत्रण के उन्हें छठी मंजिल पर प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
आम जनता को केवल उसी मंजिल तक प्रवेश की अनुमति होगी, जहां उनका कार्य रहेगा।
वह भी एक निश्चित अवधि के लिए होगा। वह उस पास के साथ अन्य मंजिलों पर नहीं जा सकेगा। यदि वह गलती से भटक गया तो पुलिस उसे रोक लेगी और उसके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करेगी। पत्रकारों और अन्य उद्देश्यों से मंत्रालय आने वाले लोगों के लिए भी वहां पहुंचना कठिन हो जाएगा। मुख्यमंत्री या उप मुख्यमंत्री कार्यालय गृह मंत्रालय को सूचित करेगा। इसके बाद ही पत्रकारों को प्रेस कॉन्फ्रेंस और छठी मंजिल पर स्थित मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के कार्यालयों में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। कहा जाता है कि आदेश है कि आपका काम कितना भी महत्वपूर्ण क्यों न हो, आपको प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
इन और कई अन्य स्थितियों ने मंत्री पदों पर बैठे लोगों में चिंता पैदा कर दी है। मंत्रालय क्षेत्र में चर्चा चल रही है कि एक ही काम के लिए दूसरे दिन दूसरी बार आने वाले आगंतुकों के नाम मंत्री को बताए जाएंगे। संबंधित विभाग से संपर्क किया जाएगा और उसकी अनुमति से आगंतुक का नाम दलालों की सूची में जोड़ दिया जाएगा तथा स्थानीय पुलिस स्टेशन को इसकी सूचना दी जाएगी।
हालांकि, मंत्रालय में इस दमनकारी प्रवेश प्रतिबंध के बारे में कोई खुली चर्चा नहीं हुई है, जो है वह दबी आवाज में और कागजों पर करने की बात कही जा रही है, लेकिन अधिकारी इतना तीखा जवाब दे रहे हैं कि आंखों को स्कैन करके ही प्रवेश संभव है। लेकिन मंत्रालय के कर्मचारियों के साथ चर्चा में वे अब भी इस बात पर अड़े हैं कि सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच छठी मंजिल पर जाना प्रतिबंधित है।
ठेकेदारों व वीवीआईपी को अनुमति!
ठेकेदारों और वीवीआईपी लोगों के लिए मंत्रालय में प्रवेश की शर्तों में ढील दी जाएगी, जिनके पास छोटा एक्सेस कार्ड है, उन्हें एक्सेस मशीन पर अपना कार्ड दिखाना होगा। यहां तक ​​कि यदि आने वाले अतिविशिष्ट व्यक्तियों को मंत्रालय में प्रवेश के लिए पंजीकृत भी कर लिया गया है, तो भी उन्हें केवल उसी मंजिल तक जाने की अनुमति दी जाएगी, जहां वे काम करते हैं।

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