सामना संवाददाता / मुंबई
भाजपा सरकार के दौरान मतदाताओं का मतदान भी सुरक्षित नहीं रह गया है। चुनाव आयोग ने मतदाता सूची में बड़ा घोटाला किया है। चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र विधानसभा के लिए मतदाताओं की संख्या ९.७० करोड़ बताई, जबकि मोदी सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने महाराष्ट्र में मतदाताओं की संख्या ९.५४ करोड़ बताई। चुनाव आयोग को यह बढ़ी हुई संख्या कहां से मिली? मतदान के दिन शाम को घोषित ५८ प्रतिशत मतदान अगले दिन ६६.५ प्रतिशत वैâसे हो गया? ऐसे में महाराष्ट्र चुनाव में ६० लाख मतदाता कहां से आए? सरकार कह रही है कि लाडली बहन योजना से बांग्लादेशियों को फायदा हुआ है, तो क्या विधानसभा में बढ़े हुए मतदाताओं को मोदी सरकार बांग्लादेश से लेकर आई है? इस तरह का गंभीर सवाल महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने पूछा है।
लोकतंत्र की रक्षा और मतदाताओं में जागरूकता पैदा करने के लिए कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर राज्यभर में विरोध प्रदर्शन और प्रेस कॉन्प्रâेंस आयोजित की। नागपुर में एक मीडिया से बात करते हुए प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि मतगणना के दौरान एक या दो मतदाता बढ़ जाते हैं तो चुनाव रद्द कर दिया जाता है, लेकिन विधानसभा में ६० लाख मतदाता बढ़ जाने पर चुनाव आयोग कोई प्रतिक्रिया नहीं देता है। चुनाव आयोग ने अभी तक यह जवाब नहीं दिया है कि रात के अंधेरे में ७६ लाख वोट वैâसे जोड़े गए, लेकिन शीतकालीन सत्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने चुनाव आयोग का प्रतिनिधित्व करके इसे समझाने की कोशिश की। पटोले ने पूछा कि चुनाव आयोग ने वह स्क्रिप्ट देवेंद्र फडणवीस, नरेंद्र मोदी, अमित शाह को क्यों दी?
राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर कांग्रेस पार्टी ने लोकतंत्र की रक्षा और मतदाताओं में जागरूकता पैदा करने के लिए राज्यव्यापी अभियान और प्रेस कॉन्प्रâेंस आयोजित की।
वेबसाइट से डेटा किया डिलीट
लोकसभा चुनाव २०१९ से २०२४ के बीच के पांच सालों में राज्य में ५० लाख वोट बढ़े, जबकि ४६ लाख वोट बीते लोकसभा चुनाव के बाद अगले छह महीनों यानी विधानसभा चुनाव तक बढ़े। इसकी जानकारी चुनाव आयोग नहीं दे रही है, उल्टे उसने अपनी वेबसाइट पर से ही सारे डेटा को ही डिलीट कर दिया है। भाजपा चुनाव आयोग के वोट के जरिए दिनदहाड़े लोकतंत्र का गला घोंट रही है। कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र की रक्षा और चुनाव आयोग के भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़कों और अदालतों में लड़ाई लड़ रही है।