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अंधेरे में तीर मारना जारी है मुंबई की ‘स्कॉटलैंड यार्ड’ पुलिस हुई ‘कबाड़’!.. हर केस में मुंह की खा रहा है मुख्यमंत्री का विभाग… पहले बाबा केस में लॉरेंस का नाम भुनाया था, अब बिल्डरों पर सुई अटकी… सैफ केस में बांग्लादेश का एंगल ढूंढ लाई थी, फिंगरप्रिंट मिसमैच हो गए

फिरोज खान / मुंबई

कभी लंदन की ‘स्कॉटलैंड यार्ड’ के टक्कर की मानी जानेवाली मुंबई पुलिस की इन दिनों खूब फजीहत हो रही है। असल में हाल ही में सामने आए बांद्रा के दो हाई प्रोफाइल मामले में हिंदुस्थान के इस स्कॉटलैंड यार्ड की किरकिरी हो रही है। फिल्म अभिनेता सैफ अली खान पर हुए जानलेवा हमले में पकड़े गए बांग्लादेशी एंगल वाले आरोपी को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
चार्जशीट में मुंबई पुलिस ने बाबा सिद्दीकी की हत्या का आरोप बिश्नोई गैंग पर थोप दिया है, जबकि सिद्दीकी के बेटे जीशान बार-बार अपने बयान में यह कहते नजर आ रहे हैं कि उनके पिता की हत्या के पीछे बिल्डर लॉबी का हाथ है। अब जाकर पुलिस इस मामले में १० बिल्डरों से पूछताछ करनेवाली है। इस तरह साफ है कि दोनों ही मामलों में मुंबई पुलिस अंधेरे में तीर मार रही है। दोनों हाई प्रोफाइल केस में पुलिस की बेबसी और लाचारी को देख ऐसा लगने लगने लगा है कि कभी स्कॉटलैंड यार्ड की तरह तेज-तर्राज मानी-जानेवाली मुंबई पुलिस ‘कबाड़’ हो चुकी है।

लीपापोती में व्यस्त
राज्य का गृह विभाग खुद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस संभाल रहे हैं। मगर ऐसा लगता है कि यह विभाग केस सॉल्व करने की बजाय मामले पर लीपापोती करने में ज्यादा दिलचस्पी रखता है।
बदलापुर कांड में फंसी
बदलापुर के स्कूल में छोटी बच्चियों के यौन उत्पीड़न कांड की जांच और कार्रवाई में भी पुलिस फंस गई है। आरोपी को एनकाउंटर फेक पाया गया है और पांच पुलिसकर्मी दोषी पाए गए हैं। आपको याद होगा कि इस एनकाउंटर के बाद फडणवीस के हाथों में पिस्टल लिए पोस्टर शहर में लगाए गए थे।
पुलिस की गिरफ्त से असली आरोपी दूर!

शहर के दो प्रमुख हाई प्रोफाइल केसों में मुंबई पुलिस की जांच सवालों के घेरे में है। बाबा सिद्दीकी हत्याकांड मामले में उनके बेटे जीशान ने अपने बयान में स्पष्ट रूप से कहा है कि उनके पिता की हत्या के पीछे बिल्डर लॉबी है। उन्होंने यह भी कहा है कि बांद्रा-पूर्व और पश्चिम में एसआरए परियोजनाओं को लेकर उनके पिता और डेवलपर्स के बीच मतभेद भी चल रहे थे। जीशान ने १० बिल्डरों के नाम भी पुलिस को दिए हैं, लेकिन पुलिस ने बिल्डरों से पूछताछ तक नहीं की और सीधा लॉरेंस बिश्नोई एंगल जोड़ दिया। बाद में चार्जशीट में पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई का नाम गायब कर दिया और उसके भाई अनमोल बिश्नोई को हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता बता दिया।
इस केस में सलमान खान का एंगल जोड़कर पुलिस ने यह बताने की कोशिश की कि बाबा सिद्दीकी का सलमान खान के साथ घनिष्ठ संबंध होने की वजह से बिश्नोई गैंग ने उनकी हत्या की। इस तरह पुलिस का एंगल बदलता गया। इससे सैफ पर हुए जानलेवा हमले में भी पुलिस लाचार दिख रही है। इस मामले में पुलिस ने छत्तीसगढ़ से आकाश कनौजिया नाम के शख्स को गिरफ्तार कर दावा किया था कि आरोपी को पकड़ लिया गया है। बाद में पता चला है वह शख्स असली आरोपी है ही नहीं।
आनन-फानन में प्रेस कॉन्फ्रेंस
पुलिस ने ठाणे से शरीफुल इस्लाम शहजाद को गिरफ्तार कर आनन-फानन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि सैफ का हमलावार पकड़ लिया गया है। जांच के दौरान पुलिस को उस वक्त बड़ा झटका लगा, जब पता चला कि आरोपी के फिंगरप्रिंट्स मिसमैच हैं। पुलिस ने सबूत के तौर पर सैफ अली के घर से मिले फिंगरप्रिंट लैब में भेजे थे, ताकि मैच होने पर साबित किया जा सके कि शरीफुल ही असली आरोपी है, लेकिन वह मिला ही नहीं। इसलिए इस केस में भी पुलिस की कार्रवाई शक के घेरे में आ गई है। एक समय था मुंबई पुलिस की तुलना स्कॉटलैंड यार्ड से की जाती थी, लेकिन उसकी हरकतों को देख यही लगता है कि अब यह बेकार हो गया है।

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