रामदिनेश यादव / मुंबई
बेरोजगारी है कि रुकने का नाम ही नहीं ले रही है। राज्य के २५ लाख युवा भाजपा सरकार से जॉब मांग रहे हैं। वे केंद्र सरकार से मुखातिब होकर कह रहे हैं कि मोदी जी, हमें नौकरी दीजिए। असल में राज्य के २५ लाख युवाओं ने जॉब के लिए केंद्र सरकार के पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करा रखा है। मगर नौकरी सिर्फ नाम मात्र की मिल रही है। हाल ही में पुणे की एक आईटी कंपनी ने १०० पदों के लिए आवेदन मंगवाए तो वहां ५,००० बेरोजगार युवाओं की कतार लग गई थी।
बता दें कि पुणे की घटना के बाद बेरोजगारी को लेकर एक बार फिर चर्चा तेज हो गई है। राज्य में बेरोजगारी पर शुरू हुई बहस के बाद साफ होने लगा है कि राज्य की महायुति सरकार के सिर पर बेरोजगारी एक बम की तरह तैयार हो चुकी है। वह भले बड़े-बड़े दावे करें कि लाखों को रोजगार बनाया है लेकिन ताजा आंकड़ों के अनुसार, बेरोजगारों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
जॉब देने का दिखावा करती हैं कंपनियां!
केंद्र सरकार के श्रम और रोजगार विभाग के पास राज्य में २४ लाख ५१ हजार लोगों ने नौकरी मांगी है। केंद्र के अधिकृत पोर्टल पर लगभग २५ लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिनमें से विभिन्न कारण बताकर लगभग ५० हजार लोगों का आवेदन रिजेक्ट कर दिया गया। आश्चर्य तो यह है कि राज्य में १४ लाख नौकरियों के लिए कंपनियों ने इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया। नियोक्ता कंपनियां, छोटे उद्योग और व्यवसाय इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने में देश में सबसे आगे हैं। पर नौकरी देने के मामले में फिसड्डी हैं।
राज्य में १७ प्रतिशत नियोक्ता मौजूद हैं। इसके बावजूद २४ लाख से अधिक युवा नौकरी के लिए इंतजार कर रहे हैं।
बता दें कि दो दिन पहले पुणे में एक आईटी कंपनी में लगभग १०० पद के लिए लगभग ५ हजार इंजीनियर सड़क पर कड़ी धूप में कतार में खड़े नजर आए, जिसे देखकर राज्य में बेरोजगारी की स्थिति को लेकर लोगों ने चिंता व्यक्त की है। विपक्ष ने तो लगातार सरकार पर बेरोजगार युवकों की अनदेखी का आरोप लगाया है।
छोटे शहरों में बढ़ी बेरोजगारी
केंद्र सरकार के नेशनल करियर सर्विस पोर्टल पर महाराष्ट्र के लोगों द्वारा नौकरी के लिए किए गए आवेदन का यह डेटा चौंकाने वाला है। राज्य के छोटे शहर जलगांव, छत्रपति संभाजीनगर, यवतमाल, बुलढाणा, नागपुर, नासिक, नांदेड़ और अमरावती जैसे जिलों में नौकरी के लिए रजिस्ट्रेशन करने वालों की संख्या १ लाख से अधिक है।
आईटी सेक्टर में नौकरी के लिए डेढ लाख आवेदक
एक तरफ ‘एआई’ के कारण आईटी सेक्टर में नौकरियां खत्म होने की चर्चा हो रही है, लेकिन दूसरी ओर महाराष्ट्र के डेढ़ लाख से अधिक लोगों ने इस क्षेत्र में नौकरी के लिए रजिस्ट्रेशन किया है। अप्रैल से नवंबर २०२४ तक देशभर में २ करोड़ ३९ लाख लोगों ने रोजगार के लिए रजिस्ट्रेशन किया, जिसमें महाराष्ट्र का आंकड़ा १९.०४ लाख था। दिसंबर में यह बढ़कर २४.५१ लाख के पार हो गया है।