मुंबई : भांडुप स्टेशन रोड स्थित गीता हॉल में बृहन्मुंबई महानगरपालिका – शिक्षण विभाग द्वारा संचालित तुलशेतपाडा एम.पी.एस. हिंदी शाला के आदर्श वरिष्ठ शिक्षक मयाशरण सिंह का भव्य सेवानिवृत्ति समारोह पूर्व उपशिक्षणाधिकारी सी. के. सिंह की अध्यक्षता एवं माध्यमिक विभाग की उपशिक्षणाधिकारी आरती खैर के मार्गदर्शन में तुलशेतपाडा एम. पी.एस. हिंदी शाला परिवार और संकुल के सदस्यों की उपस्थिति में उनकी जीवन संगिनी अनिता सिंह एवं पिता एयरफोर्स से सेवानिवृत्त संकठाप्रसाद सिंह के भव्य सत्कार के साथ संपन्न हुआ।
समारोह सरस्वती माँ की प्रतिमा के पूजन-वंदन और संगीत शिक्षक कोष्टे की संगीतमयी स्तुती से शुरू हुआl तत्पश्चात गौरव मूर्ति का उनके एकलौते सुपुत्र मैनेजिंग डायरेक्टर विनीत कुमार सिंह ‘कश्यप’, पुत्र वधु एड. हर्षिता सिंह, सुपुत्री शिक्षिका सपना सिंह, प्रबंधक सुपुत्री शालिनी सिंह ने सत्कार किया।सैकड़ों शिक्षकों एवं अधिकारियों की उपस्थिति में संपन्न हुए इस समारोह में गौरवमूर्ति के पूर्व छात्रों ने तो चार चांद ही लगा दिया। समारोह में स्थानीय सांसद संजय दिना पाटिल (भाऊ), विधायक अशोक पाटिल, पूर्व विधायक रमेश कोरगांवकर,मनपा स्कूलों के पूर्व अधीक्षक रामचंद्र पाण्डेय, पूर्व उपशिक्षणाधिकारी पी.आर. पाटिल, पूर्व प्रशासकीय अधिकारी शिक्षाविद् रामहित यादव, विभाग निरीक्षिका सुरेखा चौहान, पूर्व नगरसेवक उमेश माने, सुनीता रामनगीना यादव, प्रबंधक चंद्रेश यादव,समाजसेवी विजेश यादव के साथ ही गौरवमूर्ति को विदेश से संदेश भेजने वाले पद्मश्री भूषण डॉ आर. व्ही. होसुर के शुभेच्छा संदेश भी प्राप्त हुए।
अतिथियों के रूप में प्रमुख रूप से राकांपा प्रदेश महासचिव एल. बी. सिंह,भाजपा उ. भा.मोर्चा अध्यक्ष जयप्रकाश सिंह ,योगेन्द्र सिंह, प्रतीक सिंह, प्रसून सिंह, नितीन सिंह, अरविंद सिंह, मीनाक्षी सिंह, किरन सिंह,प्रधानाचार्य रमेश सिंह,हिंदी हाईस्कूल घाटकोपर के पूर्व प्रधानाचार्य आर. डी. सिंह, पूर्व नगरसेवक सुरेश कोपरकर, चारूशीला समजीस्कर, पूर्व उपशिक्षणाधिकारी जयश्री यादव, इन्दर सिंह कडाकोटी,मालती टोणपे ,अधीक्षक ज्योति बकाणे, लक्ष्मण गोसावी ,नीलम राणा, पूर्व लेखापाल सुरेश महागरे,पूर्व शिक्षा निरीक्षक जगदीश गायकवाड, प्रशासकीय अधिकारी वीणा एम. सोनवणे, राजकुमारी गिरि, कैलाशचंद्र आर्य, किरण डिसिल्वा,कस्टम अधिकारी देवेंद्र सिंह, बृजेश सिंह, कंचन सिंह, अददू , बुवा, पंढरीनाथ नाईक, सावंत, मामा परब, दिनेश सचान, सुरेंद्र उपाध्याय, डेलविन शर्मा, सुरेखा खैरमोडे,रामचन्द्र गोडे, शा.शि.क.प. मधुकर माली, रेनू निशाने, पूर्व क. प. शा.शि.जयवंत निशाने, पूर्व प्रधानाचार्य रामसकल सिंह,जयप्रकाश सिंह, गिरधर यादव, रमेश सिंह,राजधर यादव,अभयराज यादव , पुरषोत्तम यादव, जीतनारायण मिश्र, पुष्पा भट्ट,संतोष शर्मा, दीपक पाटिल, निशा अग्रवाल, चंद्रबली गिरि, पुरूषोत्तम यादव,विश्वविजय सिंह,दीनानाथ एल. यादव,संतोष एल. यादव, विजेंद्र सिंह, अमरनाथ सिंह, राजकुमार तिवारी, विनय सिंह, भरथ सिंह, सुरेंद्र मौर्या, अंगद गुप्ता, निर्मला तिवारी, गीता यादव, हरगोविंद त्रिपाठी, राजकुमार सिंह, दरोगा सिंह, प्रभाकर शुक्ला, विनोद द्विवेदी, आद्या प्रसाद सिंह (ए. पी.सिंह), ओमप्रकाश सिंह, (ओ.पी.सिंह), डी.के.ओझा, अभिनेश कुमार सिंह, रामबुझ यादव, भोलानाथ यादव(ट्रस्टी), अनिस सर,जुबेर कुरेशी,योगेन्द्र सिंह, लल्लन सिंह, सुरेंद्र सिंह,अशोक शेडगे, तेजबहादुर पाठक, आत्मा शर्मा, के.आर. सिंह, रविंद्र सिंह, आलोक सिंह, भानु दुबे, चंद्रभान सिंह, शिक्षक सभा के महासचिव शरद सिंह,पूर्व महासचिव के.के.सिंह, शिक्षक सेना के पूर्व कार्याध्यक्ष उपेंद्र राय, कोषाध्यक्ष विजयबहादुर सिंह,शिक्षक सभा के सह सचिव ओमप्रकाश यादव, समाजसेवी एच. एन.सिंह ,अरविंद सिंह, संदीप सिंह,मुख्याध्यापक विनोद पासी, उषा जायस्वाल, अजय सिंह,प्रदीप जीता यादव, सी.ए.विशाल सिंह,मुकेश सिंह,संदीप सिंह, मनीष सिंह, रमाशंकर सिंह एवं एड. हरेंद्र सिंह,एड. डॉ. सुरेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह , संजय सिंह, सुनीता सिंह, वायल, महापौर पुरस्कृत आदर्श शिक्षिका राखी टी. सिंह, सुनीता गिरि ,पूर्व प्रधानाध्यापक कृपाराम सिंह,दाऊद, महसकुले, महेन्द्र गुप्ता,एड.चंद्रभान यादव,संतोष सिंह,धनंजय सिंह,मीरा शर्मा, विनय दुबे, सत्यप्रकाश चौबे, नरेंद्र सिंह, अखिलेश सिंह,अरूण सिंह, चंद्रभान सिंह, राजनाथ सिंह, संजय सिंह, अशोक सिंह, कृष्णा सिंह, डॉ. मुकेश सिंह सहित गणमान्यजनों ने गौरवमूर्ति का शाला, श्रीफल, पुष्प गुच्छ,अभिनंदन पत्र, छायाचित्र एवं भेंट वस्तु देकर सत्कार किया।
गौरतलब हो कि सुबह से शुरू हुआ समारोह शाम को समाप्त हुआ। समारोह बृहद होने के कारण मंच से अपने विचार न व्यक्त कर सके दर्जन भर वक्ताओं ने गौरवमूर्ति के प्रति अपनी भावनाएं लिखित रूप से दी। समारोह में गौरवमूर्ति के संगे संबंधी, शाला परिवार एवं संकुल के सभी सदस्यों की गरिमामय उपस्थिति रही। गौरवमूर्ति के मुख से सुनकर कि “हमहू अउर बाबू सथवय पेंशन लेवय जायल जाईब” सभागृह में उपस्थित सभी को ठहाके लगाने के लिए मजबूर कर दिया और लोंगो ने तालियां बजाकर सभागृह में जान फूँक दिया l संचालन सेवानिवृत्त वरिष्ठ शिक्षक बृजेश उपाध्याय एवं विद्वान शिक्षकअवधेश नारायण गिरी ने संयुक्त रूप से किया। मानपत्र वाचन शिक्षक नेता ओमप्रताप सिंह ने किया। सेवानिवृत्त पूर्व मुख्याध्यापक उमाशंकर सिंह ने भोजपुरी गीत के माध्यम से गौरवमूर्ति की प्रशंसा की एवं जे.पी. सिंह ने विदाई गीत प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया।आभार प्रदर्शन समाजसेवी शिक्षाविद् चंद्रवीर बंशीधर यादव ने व्यक्त किया।