‘एफडी तोड़ी और डेढ़ लाख करोड़ की खाई में मुंबई को धकेल दिया’
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई मनपा दुनिया की सबसे अमीर मनपा में गिनी जाती थी, लेकिन आज ये इसे भी बेचने के लिए निकले हैं। जिस मनपा को सभी ने मिलकर घाटे में पहुंचा दिया था, उसे हमने मुनाफे में पहुंचाया। मनपा की एफडी को ९२ हजार करोड़ रुपए तक ले गए, लेकिन पहले की गद्दार और मौजूदा ईवीएम सरकार ने मुंबई को गड्ढे में डाल दिया। इन्होंने एफडी को भी तोड़ दिया। इतना ही नहीं, मुंबई मनपा को डेढ़ लाख करोड़ रुपए के कर्ज की खाई में भी धकेल दिया है। इस सरकार ने मुंबई मनपा पर इतना कर्ज लाद दिया है कि अगले २३ सालों तक केवल कर्ज भरने में लगेंगे। इस तरह के तीखे शब्दों के बाण से शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे महायुति सरकार पर जमकर बरसे।
दादर स्थित रेलवे कामगार सेना का कल राष्ट्रीय अधिवेशन संपन्न हुआ। इस मौके पर कामगारों को संबोधित करते हुए शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि जैसे रेलवे और बेस्ट मुंबई की लाइफलाइन मानी जाती है। उसी तरह एसटी बस राज्य के गांव-गांव में पहुंची है, लेकिन आज एसटी घाटे में चल रही है। इतना ही नहीं, बेस्ट का भी कोई रखवाला नहीं रहा है। दूसरी तरफ यह कहा नहीं जा सकता है कि भविष्य में रेलवे का भी निजीकरण हो जाएगा। उन्होंने कहा कि दुनिया में पहले सबसे अमीर मनपाओं में गिनी जानेवाली मुंबई मनपा का हाल ही में बजट पेश किया गया। इस बजट में पता चला कि मनपा का ९२ हजार करोड़ की एफडी अब ८० हजार करोड़ पर पहुंच गई है। इसे देखते हुए यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि ईवीएम सरकार मुंबई मनपा को बेचने के लिए निकली है।
२०० सालों तक पूरे नहीं होंगे सड़कों के काम
उद्धव ठाकरे ने कहा कि नितिन गडकरी ने कहा था कि मुंबई-गोवा महामार्ग को इस तरह से बनाएंगे की २०० सालों तक उस पर गड्ढे नहीं पड़ेंगे, लेकिन अब जनता कहने लगी है कि २०० साल बीतने के बाद भी सड़कों के काम पूरे नहीं होंगे। इतना ही नहीं और २०० साल बीत जाने पर भी यही स्थिति होगी।
आज तक नहीं लग सकी प्रतिमा
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम से टर्मिनस है। वहां आज तक उनकी प्रतिमा नहीं लगाई जा सकी है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अब प्रशासन को तारीख दीजिए, यदि उन्होंने नहीं लगाया तो हम प्रतिमा को लगाएंगे। उद्धव ठाकरे ने कहा कि लगता है छत्रपति शिवाजी महाराज उन्हें ईवीएम मशीन लगते हैं। महाराज की जय-जयकार करने पर लोग वोट देते हैं। ये पथभ्रष्ट लोग अपने देवता को केवल वोट और राजनीति के लिए इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि वे कह रहे हैं कि इस बार के बजट में महाराष्ट्र को झोली खोलकर हमने दिया है। हालांकि, सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या जो मिला है वह आप तक पहुंचता है या नहीं?