रमेश सर्राफ धमोरा / जयपुर
राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने एक बार फिर अपनी सरकार पर आरोप लगा कर कटघरे में खड़ा कर दिया है। मीणा ने कहा कि कि मेरे लिए सीआईडी लाई जा रही है और मेरा फोन टैप हो रहा है। डॉ. किरोड़ीलाल मीणा जयपुर के आमागढ़ मंदिर में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। यहां उन्होंने अपनी ही सरकर पर आरोप लगाए। किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि गहलोत सरकार ने भी मेरे टेलीफोन रिकॉर्ड किए थे। मेरे पीछे सीआईडी लगाई थी, पर मैंने सबको चकमा दे दिया था। किरोड़ीलाल ने कहा कि मैं कभी कोई बुरा काम नहीं करता इसलिए मैं डरता नहीं, झुकता नहीं और टूटता भी नहीं। मैं सच कहने से नहीं चूकता।
मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने यह भी कहा कि मैं आशा करता था कि जब राज बदलेगा तो भ्रष्टाचार करने वालों पर नकेल कसेंगे और मुंह का खाया हुआ नाक से निकालेंगे, लेकिन मैं निराश हूं। मैंने भ्रष्टाचार के कुछ मामले बीच में उठाए थे। 50 फर्जी थानेदारों को गिरफ्तार किया गया। मैंने जब कहा कि ये परीक्षा रद्द करो तो सरकार ने मेरी बात नहीं मानी। उल्टा सरकार की तरफ से जैसा पिछले राज में हुआ करता था, वैसा ही हो रहा है। चप्पे-चप्पे पर मेरे लिए सीआईडी लगाई जा रही है। मेरा टेलीफोन भी रिकॉर्ड किया जा रहा है। इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।
कृषि मंत्री मीणा लगातार अपनी ही सरकार पर हमलावर रहे हैं। वे पिछली दो कैबिनेट मीटिंग में भी नहीं गए और न ही विधानसभा सत्र में शामिल हो रहे हैं। किरोड़ीलाल मीणा को लेकर पहले से विपक्ष सरकार पर हमलावर है। उनके नए आरोप विधानसभा में भी मंत्रियों की चुनौती को बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में मेरा अपमान हुआ, अब राज में भी मेरा अपमान किया जा रहा है। आज का समय मिलावट का है। हां में हां करते जाएंगे तो रिश्ते लंबे चलेंगे। यही होता है। हां जी के दरबार में जो हां जी नहीं करेगा, वह मरेगा। मेरी हां कहने की आदत नहीं है। मैं जो कहता हूं, सच कहता हूं।
उन्होने दावा किया है कि पांच साल तक विपक्ष की भूमिका भी सिर्फ उन्होंने निभाई और उनके संघर्ष की वजह से भाजपा प्रदेश में सत्ता में आई है। किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि बीसलपुर बांध से गाद निकालने का ठेका दिया। ढाई सौ किलोमीटर तक गाद नहीं बजरी निकाली जा रही है। 7 करोड़ रुपए की बजरी रोजाना निकाली जा रही है। हमारी आंखों के सामने निकाली जा रही है। ऐसे बहुत मामले हो रहे हैं।
कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के सरकार पर फोन टैप करने के आरोप के बाद शुक्रवार को विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष के सदस्य कार्यवाही के दौरान ही सदन के वैल में पहुंच गए और मुख्यमंत्री से इस्तीफा देने की मांग की। हंगामे के कारण 3 बार कार्यवाही स्थगित की गई। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि कैबिनेट मंत्री का फोन टैप हो रहा है। मंत्री मुख्यमंत्री पर आरोप लगा रहा है, जब तक मुख्यमंत्री सदन में जवाब नहीं देंगे, तब तक कार्यवाही नहीं चलने देंगे। इस बीच गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने किरोड़ी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि ये सारे आरोप निराधार हैं। सरकार किसी मंत्री, विधायक का फोन टैप नहीं करवाती है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा व कांग्रेस के अन्य नेता सरकार पर अपने ही सीनियर लीडर की उपेक्षा को लेकर तंज कसते रहे हैं। हालांकि, पूर्व कांग्रेस सरकार में फोन टैपिंग के मुद्दा काफी चर्चित रहा था। जुलाई 2020 में सचिन पायलट खेमे की बगावत के समय गहलोत सरकार पर भी फोन टैपिंग के आरोप लग चुके हैं।