उमेश गुप्ता / वाराणसी
बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान के सीनियर रेजिडेंट अनुराग राणा के खिलाफ वाराणसी के भेलूपुर थाने में छेड़खानी और धमकाने सहित अन्य आरोपों में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। यह कार्रवाई उत्तराखंड के उधम सिंह नगर की मूल निवासी और अमेरिका के अटलांटा जॉर्जिया में रहने वाली महिला की तहरीर के आधार पर की गई है।
महिला ने डॉ. राणा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। उत्तराखंड की मूल निवासी पीडि़ता अपने पति के साथ अमेरिका में रहती है। 13 जनवरी, 2025 को महिला को पुलिस कमिश्नर ऑफिस में बुलाया गया था। डॉक्टर की मौजूदगी में महिला के आरोपों की जांच हुई। कई तथ्य सही मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
एनआरआई महिला ने बताया कि मैं अपने पति के साथ अमेरिका के अटलांटा में अपने परिवार के साथ रहती हूं, वहीं जॉब भी करती हूं। मैंने डीआरडीओ के डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ बायो एनर्जी रिसर्च से पीएचडी की है। पीएचडी के दौरान साल 2019 में बीएचयू के मेडिसिन विभाग में गई थी, तब आगरा के एत्मादुद्दौला के रहने वाले आरोपी अनुराग राणा से मेरी मुलाकात हुई थी। वह बीएचयू अस्पताल में सीनियर रेजिडेंट हैं। अनुराग राणा की बहन मेरी सहकर्मी हुआ करती थी। अनुराग उससे मिलने के बहाने आता था।
महिला ने बताया कि डॉक्टर की बहन ने बिना मुझसे पूछे मेरा मोबाइल नंबर अनुराग को दे दिया। इसके बाद से वह मेरा पीछा करने लगा। मैंने उसको मना भी किया, मगर वह नहीं माना। उस वक्त मेरी शादी तय हो रही थी। मैंने डॉक्टर का नंबर ब्लॉक कर दिया। इसके बाद उसने मेरे परिचितों, सहकर्मियों, दोस्तों को लिंक्डइन, इंस्टाग्राम पर मैसेज भेजने लगा और कॉल करना शुरू कर दिया। मैंने विरोध किया तो उसने अपने ईमेल आईडी और फोन से मुझे धमकाया। मेरे होने वाले पति को भी मैसेज किए, जिससे मेरी शादी टूटने की कगार पर पहुंच गई थी।
13 जनवरी, 2025 को मुझे और डॉक्टर को पुलिस अधिकारियों के सामने बातचीत के लिए बुलाया गया। डॉक्टर ने झूठा बयान दिया कि उसकी मेरे साथ शादी हो चुकी है। यहां तक की दो बार मेरा गर्भपात करवा चुका है। उसने चोरी से ली गई मेरी तस्वीरें मेरे पति को भेजी थी, ताकि मेरी शादी टूट जाए। वह लगातार मेरे परिवार को परेशान कर रहा है और उसने मेरी पीएचडी भी झुठलाने का प्रयास किया और कई मेल मेरी कंपनी को भी किया।