मुख्यपृष्ठस्तंभएडल्ट एटलस : क्यों मारी गई वाइल्ड पॉर्न स्टार?

एडल्ट एटलस : क्यों मारी गई वाइल्ड पॉर्न स्टार?

एम एम एस

एंजी के परिवार वाले परेशान थे, लेकिन उन्हें लग रहा था शायद वह बहुत बिजी है इसलिए उनका फोनकॉल रिसीव नहीं कर रही है। डेविड घर का किराया, टेलीफोन बिल, वैâरल के नाम से ही ऑनलाइन भरे जा रहे थे।
ये सिलसिला दो महीने तक चलता रहा। इस बीच, वो चैट पर लोगों को जवाब भी देता था, जिससे शक नहीं हो रहा था।
एक जर्नलिस्ट जिसका जिक्र हम पहले कर चुके हैं, को डेड बॉडी में गुदे टैटू से शक होता है कि ये एंजी ही हो सकती है। वह उसके मोबाइल पर कॉल करता है, लेकिन बात नहीं हो पाती है परंतु व्हॉट्सऐप पर भेजे मैसेज का उसे जवाब मिलता है।
जर्नलिस्ट: चाव…कम स्ताइ? (हैलो… आप वैâसी हैं?)
एंजी: स्तो बेनी…ग्रेजी (मैं अच्छी हूं… शुक्रिया)।
यानी एंजी जीवित है! इस जवाब से वो जर्नलिस्ट थोड़ा चौंक जाता है। ये वैâसे हो सकता है! अब वह रुख करता है एंजी के परिजनों की तरफ। उसके परिवार से जब वो संपर्क करता है तो पता चलता है कि एंजी के नाम से उसके घर का रेंट और अन्य जरूरी पेमेंट ऑनलाइन किया जा रहा है, लेकिन उससे बातचीत नहीं हो पा रही है। यानी कहा जा सकता है कि एंजी लापता है। उसका कुछ पता नहीं चल पा रहा है। ये सारी जानकारी वो पुलिस को देता है।
फरवरी के २८ दिन बीत जाते हैं। कुछ ही दिन में आयोजित होनेवाली एक पूल पार्टी, जिसमें एंजी का अहम रोल था और तमाम नामी-गिरामी शख्सियतों का आना तय था, के ऑर्गेनाइजर परेशान थे। कुछ दिनों तक वे मैसेज पर हो रही बातचीत से संतुष्ट थे, लेकिन अब वो चाहते थे कि एंजी से बातचीत हो और वो उनसे रू-बरू हो। लगातार फोन से डेविड परेशान हो गया। पूल पार्टी को लेकर सरगर्मियां बढ़ गर्इं और पुलिस ने भी छानबीन शुरू कर दी थी।
डेविड ने एंजी की लाश को ठिकाने लगाने की रूपरेखा तैयार कर ली। उसने डीप प्रâीजर में रखे बॉडीज के टुकड़ों को प्लास्टिक के बैग में पैक किया। अपनी कार में उन बैग्स को रखा और पहुंचा ब्रेसल्स शहर की सुनसान पहाड़ियों में। वहां पर उसने तकरीबन १५ बैग्स में रखें २७ टुकड़ों को अलग-अलग ठिकानों पर फेंक दिया।
लेकिन लगभग दो महीने के बाद एंजी की मौत की सच्चाई ने चुगली शुरू कर दी। उस सुनसान इलाके में एक व्यक्ति ने उन बैग्स को देखा, जिसमें से एक बैग से नेल पॉलिश लगी उंगली बाहर दिखाई दे रही थी। उसने इसकी सूचना पुलिस को दे दी।
एंजी के फोन को ट्रेस करते हुए पुलिस आखिर डेविड तक पहुंची गई और अंतत: डेविड ने सच्चाई बता दी। डेविड के मुंह से हकीकत सुनकर पुलिस अधिकारियों की रीढ़ की हड्डियों में भी सिहरन दौड़ गई।
इटली के ही नहीं, दुनियाभर के अखबार इस हत्याकांड की खबर से रंगे पड़े थे। न्यूज चैनल और सोशल मीडिया अपने-अपने तरीके से खबरों को परोस रहे थे। एंजी के पैंâस पर तो मानो यह एक वङ्कापात था। कहां वे लोग उसकी नई वीडियो, उसका इंतजार कर रहे थे और कहां उन्हें उसकी मौत की खबर ने झिंझोड़कर रख दिया था।
कोर्ट का पैâसला
पुलिस ने डेविड को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट द्वारा सुनाए गए पैâसले पर अखबारों की हेडलाइन कुछ इस तरह थी।
वैâरोल माल्टेसी उर्फ एंजी की हत्या, हत्यारे को आजीवन कारावास की सजा नहीं दी गई क्योंकि ‘वह उन्मुक्त थी, वह उससे प्यार करता था और उसे लगा कि उसे इस्तेमाल किया जा रहा है।’
डेविड को ३० साल की सजा सुनाए जाने के पहले मामले के चौंकाने वाले कारण-
फोंटाना को ३० साल की जेल की सजा सुनाई गई, जिसमें पूर्व-योजना, घृणित इरादे और यातना जैसी गंभीर परिस्थितियां शामिल नहीं थीं। बुस्टो अर्सिजियो की अदालत के न्यायाधीशों के अनुसार, उस व्यक्ति ने क्रूरता या पूर्व-योजना के साथ इस काम को अंजाम नहीं दिया, उसने उन कारणों से हत्या की जो ‘कानूनी अर्थों में’ न तो घृणित है और न ही निरर्थक। उसे एहसास हो गया था कि अब तक, कुछ हद तक उसका इस्तेमाल करने के बाद वैâरोल माल्टेसी उससे दूर जा रही थी, उसे छोड़ रही थी। और उसके साथ स्थिर संपर्क खोने का विचार, जिसे वह अपने स्वयं के कथन और अपने मित्र गवाह के अनुसार, पागलपन से प्यार करता था, जिस पर वह काफी हद तक निर्भर था, क्योंकि उसने उसे उस अकेलेपन से उबरने की अनुमति दी थी, जिसमें वह पहले डूबा हुआ था और आखिरकार एक अलग और संतुष्टिदायक तरीके से जीने की अनुमति दी थी, असहनीय साबित हुआ।
एंजी वैâरोल ने संक्षेप में, ‘कुछ हद तक अपने निजी हितों को बेहतर ढंग से आगे बढ़ाने के लिए उसका इस्तेमाल किया था’ और इसने ‘हत्या की प्रतिक्रिया को जन्म दिया।’ फोंटाना को मारने के लिए ‘ईर्ष्या’ से नहीं, बल्कि उस महिला को खोने के अहसास से प्रेरित किया गया जिसे वह प्यार करता था, साथ ही इस्तेमाल किए जाने और अलग-थलग किए जाने की बढ़ती हताशा की भावना के साथ।
मकसद?
उसने उसे छोड़ने और अपने छह साल के बेटे के साथ वेरोना जाने का पैâसला किया था।

अन्य समाचार