-किससे डर रहे हैं फडणवीस?
सामना संवाददाता / मुंबई
‘अश्लील’ यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया के मामले में ‘ईडी’ २.० सरकार लीपापोती करने में जुट गई है। अभी तक न तो उसके खिलाफ एफआईआर हुई है और न ही सही तरीके से पुलिस ने जांच की है। हद तो तब हो गई जब कल उसके घर के बाहर आए पुलिसकर्मी से मीडिया ने पूछा कि क्या जांच हुई तो उसने कहा कि वह वहां सिर्फ राउंडअप लगाने आया है। वह कोई पूछताछ या जांच करने नहीं आया है। ऐसे में लोगों के बीच यह चर्चा है कि जरूर इस ‘अश्लील’ इलाहाबादिया के ऊपर किसी पॉवरफुल राजनेता का वरदहस्त है। यही कारण है कि गृह मंत्रालय का पदभार संभाल रहे फडणवीस डर रहे हैं और ‘अश्लील’ इलाहाबादिया पूरी तरह से आजाद घूम रहा है।
गौरतलब है कि अश्लीलता फैलाने के मामले में राज्य सरकार लीपापोती में जुटी नजर आ रही है। पैरेंट्स पर भद्दे कमेंट करने के बाद ‘अश्लील’ इलाहाबादिया के खिलाफ असम में एफआईआर दर्ज हो चुकी है, लेकिन मुंबई में जहां यह घटना हुई, वहां अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। पूछे जाने पर मुंबई पुलिस का एक ही जवाब मिल रहा है, ‘चौकसी’ चालू है। पुलिस द्वारा इस तरह का जवाब दिए जाने से अंदेशा जताया जा रहा है कि पुलिस पर जरूर कोई राजनीतिक दबाव है, जिसके चलते यह मामला ‘चौकसी’ के नाम पर घसीटा जा रहा है। बता दें कि यूट्यूबर और पॉडकास्टर रणवीर इलाहाबादिया ने कॉमेडियन समय रैना के शो ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ में माता-पिता पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था।
लोगों का फूटा गुस्सा
यूट्यूबर रणवीर ने एक कंटस्टेंट से उसके पैरेंट्स की सेक्स लाइफ पर विवादित सवाल पूछ लिया था। विवादित बयान को लेकर चारों तरफ लोगों का जब गुस्सा फूटा तो सबसे पहले असम में रणवीर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
राजनीतिक संरक्षण
ताज्जुब इस बात की है कि मुंबई जहां पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ, वहां अब तक मुंबई में उनके खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है और ना ही कोई कार्रवाई की गई है। चर्चा इस बात की है कि रणवीर को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है, जिसके चलते सारा मामला ‘चौकसी’ के इर्द-गिर्द ही घूम रहा है।