– वर्मा को संघ का समर्थन…मोदी-शाह चाहते हैं अपने पसंद का फेस-सूत्र
– भाजपा कार्यालय में प्रवेश वर्मा का गुट हुआ एक्टिव
रमेश ठाकुर / नई दिल्ली
भाजपा में अंदरूनी स्तर पर दिल्ली में मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर लंबी खींचतान जारी है। मुख्यमंत्री आरएसएस पृष्ठभूमि से होगा, या मोदी-शाह की पसंद का। ये सवाल चारों ओर गूंज रहा है। हालांकि, रेस में करीब दर्जन भर विधायक ऐसे हैं, जिनके नामों की चर्चाएं जोरों पर हैं। लेकिन अंतिम नाम प्रधानमंत्री के वापस दिल्ली आने पर ही तय होगा। इस बीच चर्चाएं नई दिल्ली से जीते विधायक प्रवेश वर्मा की सर्वाधिक हैं, उन्होंने अरविंद केजरीवाल को मात दी है। वर्मा का गुट उन्हें मुख्यमंत्री बनाने को लेकर बहुत एक्टिव है। प्रवेश वर्मा भी खुद को मुख्यमंत्री मानकर चल रहे हैं।
बता दें कि दिल्ली में 27 साल बाद जीत हासिल करने के बाद भाजपा कार्यालय में मुख्यमंत्री बनाने के लिए मैराथन बैठकें जारी हैं। कार्यालय में कई गुट तैनात हैं, जो अपने-अपने विधायकों को मुख्यमंत्री बनने के लॉबिंग कर रहे हैं। दिल्ली की कुर्सी पर कौन बैठेगा? इसके लिए फ्रंटरनर के तौर फिलहाल प्रवेश वर्मा सबसे आगे हैं। सूत्र बताते हैं कि उन्हें आरएसएस का समर्थन भी मिल चुका है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह अपने पसंद के किसी विधायक को दिल्ली की कमान सौंपना चाहते हैं। करीबी सूत्र ये भी बताते हैं कि अगर प्रवेश वर्मा को मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया तो वह बगावत करने में देर नहीं करेंगे। दिल्ली जीतने में उनका बड़ा योगदान रहा है। वहीं मुस्तफाबाद से जीत हासिल करने वाले सीनियर विधायक मोहन सिंह बिष्ट को विधानसभा अध्यक्ष बनाने का निर्णय हो चुका है।