सामना संवाददाता / मुंबई
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) आयुक्त एवं प्रशासक भूषण गगरानी ने ‘माई मुंबई प्रोजेक्ट फोटो’ प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए बेघर नागरिकों द्वारा खींची गई तस्वीरों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी मुंबई को उन नजरों से दिखाती है, जो अक्सर समाज द्वारा अनदेखी कर दी जाती हैं।
‘पहचान’ संस्था द्वारा 50 बेघर नागरिकों को कैमरे उपलब्ध कराए गए, जिससे उन्हें अपने दृष्टिकोण से मुंबई को चित्रित करने का अवसर मिला। कुल 1,107 तस्वीरों में से चुनी गई 40 बेहतरीन तस्वीरों की प्रदर्शनी मुंबई प्रेस क्लब में लगाई गई। इस उद्घाटन समारोह में राज्य नियंत्रण आश्रय समिति के अध्यक्ष उज्ज्वल उके, सूचना का अधिकार कार्यकर्ता अनिल गलगली, वरिष्ठ फोटोग्राफर प्रशांत नाकवे, ब्रिजेश आर्य और सार्थक बनर्जीपुरी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इस मौके पर भूषण गगरानी ने कहा, “यह प्रदर्शनी बेघर नागरिकों के अनुभवों और दृष्टिकोण से मुंबई के विभिन्न पहलुओं को सामने लाने का अनूठा प्रयास है। यह न केवल शहर की सामाजिक वास्तविकता को उजागर करता है, बल्कि हाशिए पर मौजूद नागरिकों को मुख्यधारा में शामिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।”
उन्होंने यह भी बताया कि BMC बेघर नागरिकों की राहत और पुनर्वास के लिए निरंतर प्रयासरत है। इस अवसर पर अनिल गलगली, उज्ज्वल उके और प्रशांत नाकवे ने भी अपने विचार साझा किए और इस अभिनव पहल की सराहना की।
‘माई मुंबई प्रोजेक्ट फोटो’ प्रदर्शनी समाज के हाशिए पर खड़े लोगों को अपनी अभिव्यक्ति का मंच देने का एक प्रयास है, जो आने वाले दिनों में भी जागरूकता बढ़ाने में सहायक होगी।