मुख्यपृष्ठनए समाचारदिल्ली में 'संघ' का बना आलीशान आशियाना...छिड़ा विवाद!

दिल्ली में ‘संघ’ का बना आलीशान आशियाना…छिड़ा विवाद!

– बिल्डिंग की लागत 150 करोड़, आधुनिक सुविधाओं से लैस

– कांग्रेस-‘आप’ ने कहा-ये संघ है शीशमहल…कहां से आया इतना पैसा?

– 19 फरवरी को संघ प्रमुख करेंगे प्रवेशद्वार

रमेश ठाकुर / नई दिल्ली

बीते 9 वर्षों से दिल्ली में निर्माणाधीन आरएसएस का आलीशान महलनुमा कार्यालय जैसे ही बनकर तैयार हुआ, तो उस पर सियासी विवाद छिड़ गया। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी ने कार्यालय के निर्माण पर खर्च हुए 150 करोड़ रुपए का हिसाब-किताब भाजपा-संघ से मांगा है। सफाई में उन्होंने कहा है कि निर्माणकार्य में पैसा संघ के सदस्यों ने चंदे में दिया है। दिल्ली के झंडेवालान में सालों से बन रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यालय बनकर तैयार हो गया है। कार्यालय की पहली झलक देखकर लोग भी दंग रह गए। बिल्डिंग फाइव स्टार होटल जैसी दिखती है। निर्माण में 150 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। पूरा परिसर 3.5 एकड़ में फैला है। 12 मंजिला बिल्डिंग में 13 टावर, 300 लग्जरी कमरें, 247 कारों की पार्किंग और संघ के पदाधिकारियों के ठहरने के लिए 90 बेडरूम हैं। हर तरह की आधुनिकतम सुविधाओं के अलावा पूरा कार्यालय वाई-फाई से लैस है। बनावट में गुजरात और राजस्थानी संस्कृति का मिश्रण है। उद्घाटन 19 फरवरी को शिवाजी जयंती के मौके पर सरसंघचालक मोहन भागवत और सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले करेंगे।
बता दें कि इस 17,000 गज में संघ का यह कार्यालय 1939 में स्थापित हुआ था। 1962 और 1980 में भी कार्यालय का निर्माण करवाया गया था। नाम केशव कुंज है, जो संघ के संस्थापक और प्रथम सरसंघचालक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार के नाम पर है। बिल्डिंग को नए सिरे से बनाने की नींव मोहन भागवत ने 2016 में रखी थी। नई बिल्डिंग की झलक जैसे ही गुरुवार को सार्वजनिक आई, सियासी गलियारों में जमकर विवाद छिड़ गया। संघ के इस नए कार्यालय को कांग्रेस ‘शीशमहल’ तो ‘आप’ उनके सपनों का महल बता रही है।

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