उमेश गुप्ता / वाराणसी
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में शुक्रवार को पाकिस्तानियों का एक जत्था पहुंचा। कराची के श्रीपंचमुखी हनुमान मंदिर के गद्दीपति महंत रामनाथ मिश्रा ने काशी विश्वनाथ बाबा के दर्शन किए। पाकिस्तान के 400 सनातनियों (हिंदुओ और सिखों) की अस्थियां भारत लायी गई हैं, जिन्हें 21 व 22 फरवरी को हरिद्वार में गंगा में विसर्जित किया जाएगा। इन अस्थि कलशों को कराची के श्रीपंचमुखी हनुमान मंदिर के गद्दीपति महंत रामनाथ मिश्रा लेकर आए हैं, जिन्हें गंगा में विसर्जित किया जाएगा।
परिवार के साथ भारत आए रामनाथ मिश्रा ने वीजा मिलने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार जताया। उन्होंने महाकुंभ की व्यवस्थाओं को सराहते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की। पाकिस्तानी महंत ने अपने बेटे का प्रयाग में मुंडन-जनेऊ संस्कार भी कराया। उन्होंने कहा कि सभी को भगवा ध्वज के तले एकजुट होना चाहिए।
रामनाथ मिश्रा ने बताया कि महाकुंभ एक आकाशीय आयोजन का पृथ्वी पर परिलक्षण है। यह धरा पर मनुष्यों का सबसे बड़ा समागम है। यही वजह है कि पाकिस्तान से हिंदुओं का जत्था भी महाकुंभ के लिए भारत आया और प्रयाग संगम में आस्था की डुबकी लगाई। यह जत्था अपने साथ चार सौ अस्थियां लेकर आया है। इनमें 50 सिक्ख और 350 अस्थियां सनातनियों की हैं। सपरिवार बृहस्पतिवार को प्रयागराज से वाराणसी पहुंचे महंत रामनाथ मिश्रा ने कहा कि इन अस्थियों को गंगा में विसर्जन करने का संकल्प वर्षों से रहा है। कभी सुरक्षा कारणों तो कभी सख्त वीजा नियमों, तो कभी कोविड के कारण भारत आना में बाधा उत्पन्न होती रही।
महंत रामनाथ मिश्रा ने महाकुंभ की व्यवस्थाओं की सराहना की और कहा कि स्वच्छता व्यापक है। सुविधा में कोई कसर नहीं है। सुरक्षा के इंतजाम बेहतर हैं। उन्होंने कहा कि यहां आकर हर जगह अपनेपन का अहसास हुआ। ऐसा लगा कि अपने घर आया हूं। महाकुंभ में ही अपने बच्चे का जनेऊ-मुंडन संस्कार भी किया। शंकराचार्य सहित समस्त धर्माचार्यों के दर्शन-पूजन का अवसर पाया। इसके साथ ही उन्होंने अपील की कि भारत सरकार वीजा नियमों को लचीला करे, ताकि पाकिस्तान में रह रहे सनातनी भारत आकर चार धाम की यात्रा कर सकें।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के हिंदू भी सोचते हैं कि भारत के सनातनी हमारा साथ दें। हमें अकेला न छोडे़ं, वर्तमान में हिंदू पाकिस्तान में अच्छे तरीके से रह रहे हैं। सब कुछ कर रहे हैं, लेकिन बड़े भाई का साथ होना अलग मायने रखता है। उन्होंने कहा कि वहां की सरकार और सुप्रीम कोर्ट की मदद से पंचमुखी हनुमान मंदिर कब्जा मुक्त हो सका। शमशान घाट को भी कब्जा मुक्त कराया। गौशाला बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के हालात तो अब अच्छे हुए हैं। वर्तमान हुकूमत सही तरीके से देश चला रही है। हिंदू वहां सुरक्षित हैं, लेकिन ऐसा एक होकर रहने तक। अलग हुए तो असुरक्षित हो जाएंगे। जात-पात में बंटोगे तो कटोगे ही। सबका एक जहन होगा तो कोई हमें अलग नहीं कर सकता है।