योगेश कुमार सोनी (दिल्ली)
नई दिल्ली स्टेशन पर प्रयागराज महाकुंभ जाने के लिए यात्रियों की भीड़ की वजह से भगदड़ मच गई। भगदड़ में 10 महिलाओं और 3 बच्चों समेत 18 लोगों की मौत हो गई। भगदड़ में घायल हुए लोगों को लोकनायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्टेशन पर आरपीएफ के अलावा एनडीआरएफ की टीम पहुंच गई। भीड़ को नियंत्रित करने के बाद स्पेशल ट्रेन चलाई गई है, लेकिन सवाल यही है कि आखिर केंद्र सरकार इतनी अव्यवस्थाओं के साथ सिस्टम को कैसे संचालित कर रही है। लगातार हादसों से दिल दहल उठा। कुंभ की आस्था का हवाला देकर कई लोगों की बलि चढ़ चुकी है। बीते दिनों कुंभ में हुए हादसे से अभी उभरे भी कि फिर से यह बड़ा हादसा हो गया। सरकार व रेलवे प्रशासन को पता था कि जब एक साथ इतने लोग नहीं जा सकते थे, तो क्यों उनको टिकट वितरण व जाने की अनुमति दी गई। दुख इस बात का है कि देश में लगातार इस तरह के हादसे हो रहे हैं, लेकिन सरकार सबक लेने को तैयार नहीं है। हर बार उच्चस्तरीय बैठक करके मामले की जांच करके सांत्वना दे देते हैं और हंगामा न हो, इसके लिए मुवावजे की घोषणा कर देते हैं और वो भी मिलते हैं या नहीं यह भी नहीं पता। यदि पैसा मिल भी जाता है तो क्या किसी के मौत का सौदा पैसों से किया जा सकता है? यह बेहद दुखद प्रकरण है कि देश में लगातार अप्राकृतिक मौतें हो रही हैं।