धीरेंद्र उपाध्याय / मुंबई
मुंबई में तमाम कोशिशों के बावजूद प्रदूषण की समस्या हल करने में मनपा प्रशासन पूरी तरह से सफल नहीं हो पाया है। हालांकि, शहर की आबोहवा को सुधारने के लिए अभी भी कई तरह के प्रयास मनपा कर रही है। इसी कड़ी में कोयले की भट्ठी पर बननेवाली तंदूर की रोटी बंद होगी। इसे लेकर होटल, बेकरी और रेस्टोरेंट को मनपा की ओर से नोटिस जारी कर दिया गया है। इसकी अनदेखी करने पर लाइसेंस रद्द करने, जुर्माना लगाने और कठोर कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है।
उल्लेखनीय है कि होटल में खाते समय तंदूरी रोटी ऑर्डर करना अब एक आदत सी बन गई है। पंजाबी तंदूरी रोटी खाने के शौकीनों का पसंदीदा व्यंजन बन गई है। इसमें ढाबे पर कोयले की भट्ठी में बनी तंदूरी रोटी लोग बड़े चाव से खाते हैं। हालांकि, अब मुंबईकरों को कोयले की भट्ठी वाली तंदूरी रोटी खाने को नहीं मिलेगी, क्योंकि कोयले की तंदूर भट्ठी का उपयोग करनेवाले रेस्टोरेंट और ढाबों को मनपा द्वारा नोटिस जारी किया गया है। मनपा ने कोयले की तंदूर भट्टी की बजाय इलेक्ट्रिक उपकरण या सीएनजी, पीएनजी, एलपीजी का उपयोग करने के निर्देश भी जारी किए हैं।
हाई कोर्ट के आदेश का भी हो रहा पालन
नौ जनवरी के मुंबई उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार मनपा की सीमा में लकड़ी, कोयला या अन्य पारंपरिक र्इंधन का उपयोग करनेवाले होटल और रेस्टोरेंट मालिकों को सूचना दी गई है इसलिए कोयले की तंदूर भट्ठी का उपयोग करके तंदूरी रोटी बनानेवाले होटल मालिकों को अब अपने होटल में बदलाव करना होगा। कोयले की भट्ठी की बजाय इलेक्ट्रिक, एलपीजी, पीएनजी, सीएनजी और अन्य ग्रीन एनर्जी का उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं।
लकड़ी से नहीं चलेगी बेकरी
मुंबई में अब कोई भी बेकरी जलाऊ लकड़ी पर नहीं चलेगी। इसके बजाय सीएनजी, पीएनजी का उपयोग करना होगा। इस तरह का आदेश आयुक्तों द्वारा सभी बेकरी चालकों, रेस्टोरेंट, होटल और ढाबा चालकों को दिए गए हैं। होटल चालकों को आठ जुलाई तक कोयले की तंदूर भट्टी की बजाय इलेक्ट्रिक उपकरणों का उपयोग न करने पर मुंबई मनपा द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी। बताया गया है कि नोटिस जारी करने और सूचना देने के बावजूद यदि रेस्टोरेंट और ढाबा मालिकों ने इसका पालन नहीं किया तो उनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। इसके साथ ही जुर्माना लगाया जाएगा और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।