सामना संवाददाता / मुंबई
धारावी पुनर्विकास परियोजना की आड़ में मुंबई में राज्य सरकार, मुंबई मनपा, जिलाधिकारी और खार लैंड के करीब दो हजार एकड़ भूखंड अडानी के गले में डालने की साजिश रची गई है। अडानी की इस धोखेबाजी की पोल हम खुले तौर पर खोलेंगे। इस तरह की चेतावनी दी गई है। इसके साथ ही धारावीकरों का पुनर्वास धारावी में ही किए जाने की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने सोमवार की शाम ‘धारावी बचाओ आंदोलन’ के तहत भव्य सभा का आयोजन किया है। इस मौके पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद अनिल देसाई लोगों का मार्गदर्शन करेंगे।
धारावी पुनर्विकास परियोजना के नाम पर अडानी समूह धारावी के ५५० एकड़ भूखंड अपने कब्जे में लेनेवाली है। इतना ही नहीं, धारावीकरों का पुनर्विकास करने के लिए मुंबई के करीब दो हजार एकड़ भूखंड भी अपने कब्जे में लेने की तैयारी में है। इस असलियत से रू-बरू होने के बाद धारावीकरों ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कहा है कि पुनर्विकास आर्थिक घोटाला अडानी समूह न करे। इसके साथ ही लोगों ने धारावी पुनर्विकास का विरोध किया है। हालांकि, केंद्र और राज्य सरकार के समर्थन से यह परियोजना धारावीकरों पर जबरन लादी जा रही है। इसके लिए अडानी समूह नवभारत मेगा डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने सर्वे शुरू किया है। साथ ही लोगों के इस सर्वे में शामिल होने और अडानी के पुनर्विकास परियोजना के समर्थन की झूठी कहानी पैâलाई गई है। इस पृष्ठभूमि पर अडानी समूह की झूठ, धोखेबाजी, जालसाजी, दबाव, दादागीरी और सरकार के साथ मिलीभगत का पर्दाफाश करने के लिए धारावी मेन रोड पर अभ्युदय बैंक के सामने आज शाम पांच बजे धारावी बचाओ आंदोलन की ओर से प्रचंड सार्वजनिक सभा का आयोजन किया गया है। इस मौके पर शिवसेना समेत धारावी बचाओ आंदोलन, विभिन्न राजनीतिक दल, संगठन, संस्थाओं समेत कुल १८ संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे।