द्रुप्ति झा / मुंबई
मुंबई में अपराध की रोकथाम के लिए शहर के कई प्रमुख हिस्सों में कुछ साल पहले सीसीटीवी लगाए गए थे। ये वैâमरे अपराधियों पर नजर रखने के लिए लगाए गए थे। मगर अब हालात बदल गए हैं। सड़क के ऊपर तैनात ये तीसरी आंख अदिाकांश जगहों पर बंद हो चुकी है और चोरों और जेबकतरों की चांदी हो गई है। ऐसी ही एक प्रमुख जगह है अंधेरी स्टेशन के बाहर, जहां रोजाना जेबकतरे अपना कमाल दिखा रहे हैं।
अंधेरी स्टेशन के बाहर आए दिन यात्रियों के मोबाइल चोरी हो रहे हैं। चूंकि ये ‘तीसरी आंख’ बंद है, ऐसे में पुलिस अपराधियों तक पहुंच नहीं पा रही है। हाल के दिनों में यहां मोबाइल फोन चोरी की कई घटनाएं हुई हैं। ऐसे में यात्रियों में भारी नाराजगी है।
वर्ना जेबकतरे उड़ा लेंगे मोबाइल!
अंधेरी स्टेशन से रोजाना कई लाख लोगों की भीड़ अपने काम के लिए अलग-अलग जगहों पर जाने के लिए हड़बड़ाहट में सुबह-शाम ट्रेन से सफर करती है। ऐसे ही भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जेब कतरे अपना शिकार ढूंढते हैं। ये लोगों की जेब से पर्स और फोन चोरी करने की ताक में लगे रहते हैं। मुंबई के व्यस्त अंधेरी रेलवे स्टेशन से निकलकर बस पकड़ने वाले लोगों की समस्या यह है कि वहां पर बस में चढ़ते वक्त कुछ लोगों की जेब से फोन निकाल लिए जाते हैं। फोन चोरी होने की शिकायत अंधेरी पुलिस स्टेशन में की जाती है।
इस समस्या को लेकर लोगों का कहना है कि फोन चोरी होने वाली जगह पर सीसीटीवी बंद प़़ड़े हैं। साकीनाका में रहने वाले एक पीड़ित सत्यम तिवारी का फोन ३० सितंबर २०२४ को उसी जगह से गायब हुआ था। इसका मामला उन्होंने पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाया था, लेकिन सत्यम को आज तक कोई रिस्पांस नहीं मिला। इतना ही नहीं, उन्होंने सीसीटीवी वैâमरा बंद रहने का भी दावा किया।
वहीं मुंबई हाई कोर्ट के एडवोकेट आशीष राय का कहना है कि मुंबई जैसी मेट्रो सिटी में अंधेरी एक भीड़-भाड़ वाला क्षेत्र है। वहां मोबाइल चोरी जैसी घटनाएं रोजाना दर्ज होती हैं, लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण लगातार ऐसे मामलों में बढ़ोतरी देखी जा सकती है।
इस मामले को लेकर इस संवाददाता ने पिछले साल २०२४ से लेकर अब तक की रिपोर्ट लेने के लिए परिमंडल १० के डीसीपी सचिन बाबासाहेब गुंजल से बात की। सचिन बाबासाहेब गुंजल ने बताया कि साल २०२४ में अंधेरी पुलिस स्टेशन में कुल ५९ मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से २१ मामले सुलझ गए हैं। वहीं वर्ष २०२५ में कुल ७ मामले दर्ज किए गए हैं और इनमें से ४ मामले सुलझा लिए गए हैं।