तेजस्वी, राबड़ी से लेकर प्रशांत किशोर हुए हलकान
अनिल मिश्र/पटना
बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव हैं। इस चुनावी वर्ष में मिथिलांचल के मधुबनी जिले के बिस्फी से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हरिभूषण ठाकुर (बचौल) के होली और ‘छावा’ फिल्म पर टैक्स फ्री करने की मांग को लेकर दिए गए बयान को लेकर बिहार में राजनीति गर्म हो गई है। भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर ने कहा कि प्रत्येक साल के पूरे वर्ष में 52 दिन जुम्मा आता है। इस बार जुम्मे के दिन ही होली है। रंग, उमंग का यह त्योहार होली साल में एक बार आता है। इसलिए जिन मुस्लिम भाइयों को रंग से परहेज़ है वो जुम्मा के दिन घर से नहीं निकले। जुम्मा की नमाज पूरे वर्ष में बावन होते हैं। एक जुम्मा की नमाज होली पर छोड़ दे तो क्या होगा। इस बयान के बाद पूरे बिहार प्रदेश में राजनीतिक हलकों में एक बड़ा भूचाल ला दिया। इसके बाद बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बड़ा हमला बोला है। उन्होने कहा कि बचौल का राज है क्या? या उनके बाप का राज है। ये बचौल है कौन?
इस साल होली और रमजान एक ही दिन पड़ने से प्रशासन के लिए कानून-व्यवस्था बनाए रखना बड़ी चुनौती बन गया है। इसी बीच बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल के बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने मुस्लिम समुदाय को होली के दिन घर में रहने की सलाह दी, जिससे राजनीतिक बहस तेज हो गई है। उनके इस बयान पर जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर (पीके) ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और बिहार की कानून-व्यवस्था की तुलना ‘जंगलराज’ से भी बदतर स्थिति से कर डाली।
मुसलमानों को घर में रहने की सलाह देने वाले बीजेपी विधायक हरिभूषण बचौल पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बड़ा हमला बोला है। साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी लपेटे में ले लिया है। तेजस्वी ने कहा कि बचौल का राज है क्या? या उनके बाप का राज है। ये बचौल है कौन?, कैसे इस तरह का बयान दे सकते हैं। सरकार के मुख्यमंत्री कहां है, अचेत अवस्था में हैं। तेजस्वी ने कहा कि महिलाएं जब अपने सम्मान और अधिकारों के लिए आवाज उठाती हैं, तो मुख्यमंत्री जी उन्हें डांट देते हैं। अति पिछड़ा और दलित महिलाओं को डांट देते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास बचौल को बुलाकर डांटने की हिम्मत है क्या? पता नहीं कहां गायब हैं। वैसे जेडीयू में भाजपा और संघ का पूरा प्रभाव हो ही गया है। आपको बता दें इससे पहले विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष और तेजस्वी यादव की मां राबड़ी देवी ने पीएम मोदी को चुनौती देते हुए कहा था कि हिम्मत है, तो बिहार और देश से मुसलमानों को बाहर करके दिखाएं।
वहीं मधुबनी के बिस्फी से भाजपा विधायक ने होली और जुम्मे की नमाज एक दिन पड़ने पर कहा था, कि जुम्मे की नमाज साल में 52 बार होती है, लेकिन होली साल में एक बार ही होती है। ऐसे में मुस्लिम समाज के लोग घरों में ही रहें, और बाहर न निकले। अगर बाहर निकलते हैं, तो बड़ा दिल दिखाएं, उनके ऊपर अगर रंग गिरता है, तो विरोध न करें। बचौल के इस बयान पर अब सियासत तेज हो गई है। भाजपा विधायक के इस विवादित बयान के बाद बिहार प्रदेश में राजनीति करने वाले हर पार्टी के लोग इस बयान पर अपने -अपने राजनीतिक फायदे के लिए नूरा कुश्ती करते देखे जा रहे हैं। अब आने वाले वक्त ही बताएगा कि इस बयान से भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी को कितना नफा-नुकसान पहुंचाती है। वहीं विपक्षी दलों को कितना फायदा आगामी विधानसभा चुनाव में दिलाती है।