सामना संवाददाता / मुंबई
शक्तिपीठ महामार्ग से प्रभावित किसानों के साथ हम मजबूती से खड़े हैं। इस तरह का आश्वासन विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने किसानों को दिया। मुंबई के आजाद मैदान पर शक्तिपीठ महामार्ग विरोधी कार्रवाई समिति की ओर से आयोजित मोर्चे में कल उपस्थित होकर उन्होंने संबोधित किया।
पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कोल्हापुर में एक सभा में कहा था कि यदि शक्तिपीठ महामार्ग का किसान विरोध करते हैं, तो राज्य सरकार इस महामार्ग को नहीं बनाएगी। इस आश्वासन का वीडियो दानवे ने इस मौके पर दिखाया। इससे पहले उन्होंने राज्य सरकार से सवाल किया कि राज्य के मंदिरों को जोड़ने के लिए पहले से ही अच्छी सड़कें मौजूद हैं, फिर शक्तिपीठ महामार्ग की क्या आवश्यकता है। दानवे ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ठेकेदारों के फायदे के लिए यह शक्तिपीठ महामार्ग बना रही है। इस सरकार का किसानों के हित से कोई लेना-देना नहीं है।
चुनावी वादों को भूली सरकार
दानवे ने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता में आई महायुति सरकार अपने चुनावी वादों को भूल गई है। किसानों के विरोध के बावजूद राज्य सरकार इस महामार्ग को बना रही है। दानवे ने कहा कि यदि राज्य सरकार इस तरह से किसानों के विरोध को नजरअंदाज करके शक्तिपीठ महामार्ग बना रही है, तो हम किसान भाइयों के साथ मजबूती से खड़े हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में विधान परिषद सभागृह में विपक्ष की ओर से स्थगन प्रस्ताव पेश किया गया है। इस अवसर पर विधायक जयंत पाटील, सतेज पाटील, वैâलाश पाटील, सचिन अहिर, प्रवीण स्वामी, राजू नवघरे, राजू शेट्टी और दिलीप सोपले उपस्थित थे।