फिराेज खान
एक १९ साल के लड़के की ३६ वर्षीया महिला पर नजर थी। आते-जाते वो अकसर महिला को छेड़ने की कोशिश करता और उसे धमकाता। महिला ने यह बात किसी को इसलिए नहीं बताई क्योंकि लड़का बदमाश था। एक दिन महिला अकेले खेत में काम कर रही थी, तभी मौका मिलते ही उस लड़के ने महिला के साथ जोर-जबरदस्ती शुरू कर दी। वहां महिला की चीख सुननेवाला कोई न था। महिला द्वारा विरोध करने के बाद जब युवक को जब लगा कि वो महिला को काबू में नहीं कर पाएगा तो उसने गुस्से से चाकू निकाला और महिला पर चाकू से वार करना शुरू किया। हवस की आग में झुलस रहे युवक ने महिला पर तकरीबन १५ वार किया और वहां से फरार हो गया। खून से लथपथ पीड़ित महिला बेहोशी की हालत में खेत में पड़ी थी। पास से गुजर रहे एक व्यक्ति की नजर जब घायल महिला पर पड़ी तो आनन-फानन में गांववालों ने महिला को अस्पताल पहुंचाया। २४ घंटे बाद होश में आने पर पीड़िता ने आरोपी की पहचान बताते हुए सारा वाकया पुलिस को कह सुनाया। आरोपी की जानकारी मिलते ही पुलिस ने गांव के आसपास इलाकों में छापेमारी शुरू की। इस दौरान खेत में छिपा आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। आरोपी ने अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि उसकी महिला पर बुरी नजर थी। यह मामला महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर जिले का है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी है।