अमिताभ श्रीवास्तव
है तो एक रोग मगर यह रोग भी किसी को गिनीज बुक में नाम दिलवा देता है। इसे चाहे किस्मत कहें या बदकिस्मती\ किंतु है बड़ी अजीब सी बीमारी। जी हां, एक १८ वर्षीय भारतीय युवा को इसलिए गिनीज बुक में जगह मिल गई क्योंकि उसके चेहरे पर सबसे अधिक बाल हैं। दुनिया में ऐसा कोई युवक नहीं\ जिसके चेहरे पर इतने अधिक बाल हों। यह एक रिकॉर्ड है। ललित पाटीदार नामक युवक के चेहरे का ९५ प्रतिशत हिस्सा बालों से ढका हुआ है, जो हाइपरट्रिकोसिस या ‘वेयरवोल्फ सिंड्रोम’ नामक एक दुर्लभ स्थिति के कारण है। उफ यह रोग। अधिकांश मामलों में यह रोग आनुवंशिक उत्परिवर्तन के कारण होता है तथा ऐसा माना जाता है कि यह लगभग ३४० मिलियन लोगों में से एक को प्रभावित करता है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने अपनी वेबसाइट पर कहा, ‘ललित मध्य युग के बाद से दुनिया भर में दर्ज किए गए केवल ५० मामलों में से एक है, जिससे वह एक अरब में एक हो जाता है।’ मध्य प्रदेश के इस किशोर ने रिकॉर्ड तोड़ने वाली साइट को बताया कि बचपन में सहपाठियों की घूरती निगाहों के बावजूद वह अपनी विशिष्टता को स्वीकार करता है। यह किशोर अपने यूट्यूब चैनल पर अपने दैनिक जीवन की झलकियां भी साझा करता है, जिसके १,०८,००० से अधिक अनुयायी हैं। ललित हाल ही में लो शो देई रिकॉर्ड के लिए मिलान गए थे, जहां उनके रिकॉर्ड की आधिकारिक पुष्टि की गई। उनके चेहरे पर प्रति वर्ग सेंटीमीटर लगभग २०२ बाल हैं।
होटल में हुई मौत का रहस्य?
पिछले महीने के आखिरी सप्ताह में एक दिल दहला देनेवाली घटना हुई थी, तीन खूबसूरत लड़कियां जो एक होटल में ठहरी थीं, मृत पाई गर्इं। २३ वर्षीय काउटर नक्कद, २४ वर्षीय इमान मल्लाह और २६ वर्षीय वाफे एल. अरार, २२ फरवरी को बेलीज के सैन पेड्रो में रॉयल कहल बीच रिजॉर्ट के अपने होटल के कमरे में मृत पाई गर्इं। ये मौत वैâसे हुई इसकी जांच चल रही है और इसका पता भी एक महीने के अंदर लग सकेगा। फिलहाल अधिकारियों ने कहा कि उनकी मृत्यु कार्बन डाई ऑक्साइड की वजह से हुई थी। मगर बेलीज कमिश्नर चेस्टर विलियम्स ने स्थानीय मीडिया को बताया कि जांचकर्ताओं को महिलाओं के मुंह पर झाग मिला है, जो संभवत: नशीली दवाओं के ओवरडोज का संकेत हो सकता है। यह भी दावा किया गया कि उनके कमरे में शराब और ‘ड्रग्स’ पाए गए। लेकिन तीनों महिलाओं के दोस्तों और परिवारों ने पुलिस द्वारा बताए गए इस अंदेशा पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें संदेह है कि काउटर, इमान और वफाई ने ड्रग्स का सेवन किया था। महिलाओं के शवों को वापस अमेरिका ले जाया गया है, जहां उनके राज्य मैसाचुसेट्स में दूसरा शव परीक्षण किया जा रहा है। जांच पूरी होने में करीब एक महीने का समय लगने की उम्मीद है, लेकिन तीनों पर्यटकों के परिवारों के करीबी एक सूत्र ने दावा किया है कि प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चला है कि महिलाओं के फेफड़ों में कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता के कारण यह मौत हुई थी।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)