सामना संवाददाता / भिवंडी
भाजपा सरकार के राज्य में शिक्षक बेहाल है। भिवंडी के आदिवासी आश्रम स्कूलों के प्रबंधकों, सुरक्षा गार्डों और रसोइयों को पिछले दो महीनों से वेतन न देने के कारण उनके भूखे मरने की नौबत आ गई है। इस संबंध में पद्मश्री अन्नासाहेब जाधव भारतीय समाज उन्नति मंडल के महासचिव आर एन पिंजारी ने राज्य के आदिवासी विकास मंत्री अशोक उइके को पत्र लिखकर मांग की है कि आदिवासी आश्रम स्कूलों में कर्मचारियों के वेतन का तुरंत भुगतान किया जाए।
संस्था की ओर से विभिन्न स्थानों पर प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक जैसे कुल 11 आश्रम विद्यालय चल रहे हैं, लेकिन यहां के कर्मचारियों को जनवरी 2025 से वेतन नहीं मिला है। इन अनुदानित आश्रम विद्यालयों में सभी कर्मचारी अथक परिश्रम से माता-पिता के रूप में विद्यार्थियों का पालन-पोषण कर रहे हैं तथा उन्हें उनकी दिनचर्या के अनुसार स्नान-सफाई, रख-रखाव, भोजन, आचार-विचार, अध्ययन-अध्यापन का कार्य कर समाज की मुख्य धारा में लाने का कार्य कर रहे हैं। लेकिन वेतन न मिलने के कारण ये कर्मचारी अपने बच्चों की उच्च शिक्षा की फीस और ऋण की किश्तों का भुगतान करने की मांग करने लगे हैं। वेतन नहीं मिलने से वे काफी हताश हो गये हैं।इसलिए मंत्री को दिए गए लिखित पत्र में इन कर्मचारियों को तुरंत वेतन देकर सहयोग करने की मांग की गई है।