दीपक तिवारी / विदिशा
एक धार्मिक स्थल की रोड बनाने की गई पदयात्रा को लेकर दो महिला पदाधिकारियों समेत उनके पतियों को भाजपा जिलाध्यक्ष द्वारा दिए कारण बताओ नोटिस का मामला अभी ठंडा हुआ नहीं था कि अब बासौदा विधायक के सोशल मीडिया पर वायरल एक पत्र ने भाजपा की राजनीति में दोबारा तूफान ला दिया है। विदिशा जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि कैलाश रघुवंशी को विधायक प्रतिनिधि के पद से हटाने का पत्र कलेक्टर को लिखा गया है, जिसको लेकर जिला भाजपा में उबाल है। इस घटनाक्रम के बीच आज 55 साल पुराने भाजपा कार्यकर्ता एडवोकेट विमल प्रकाश तारण ने विदिशा सांसद और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान को चिट्ठी लिखकर खलबली मचा दी है।
जनसंघ के जमाने के कार्यकर्ता और वरिष्ठ भाजपा नेता विमल प्रकाश तारण ने शिवराज सिंह चौहान के नाम से पाती लिखकर सोशल मीडिया पर पोस्ट की है, जिसमें एक नेता की हठधर्मिता और मनमानी का उल्लेख करते हुए उनसे जल्द से जल्द दखल देने का आग्रह किया है, जिससे भाजपा की छवि बरकरार रह सके।
एडवोकेट विमल प्रकाश तारण ने कहा कि विदिशा जिला पंचायत अध्यक्ष पति कैलाश रघुवंशी इंजीनियर हैं, बड़े ठेकेदार हैं, इनका परिवार जनसंघ से जुड़ा है। विदिशा जिले के विकास का इनका विजन है। विदिशा जिले के ग्रामों के सैकड़ों सुविधाविहीन श्मसानों में सुविधाएं, सड़कें और गौशालाओं का जाल बिछा रहे हैं। वे जिले के सिंचाई का रकबा बढ़ाने विदिशा जिले की 5 तहसीलों के लगभग 100 गांव और रायसेन जिले के 50 ग्रामों में कृषि सिंचाई, बेतवा नदी का जलस्तर बढ़े, इसको लेकर मकोडिया बांध सिंचाई परियोजना को लेकर रायसेन जिला प्रशासन के साथ कार्ययोजना को अमली जामा पहनाने जा रहे थे कि एक अपने आपको शहंशाह मानने वाले व्यक्ति ने बासौदा विधायक पर दबाव बनाकर कैलाश रघुवंशी को जिला पंचायत प्रतिनिधि से हटवाकर खुद होली का जश्न मनाने में मशगूल हो गए। पाती में तारण ने लिखा कि उन्हें विकास पुरुष की जरूरत नहीं, बल्कि उनके मातहत रहकर चमचागिरी करने वाला चाहिए।
तारण ने कहा कि विदिशा क्षेत्र के सांसद व केंद्रीय कृषि विकास एवं पंचायत ग्रामीण विकास मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जो वर्ष 1991 से लगातार विदिशा से जमीन से जुड़े हैं, वह भी मप्र के सिंचाई क्षेत्र के रकबा बढ़ाने में अग्रसर रहे हैं, मप्र को बीमारु राज्य से विकास की ओर ले जाने में सफल रहे हैं। वह विदिशा जिले के एक-एक कार्यकर्ता को व्यक्तिगत रूप से जानते हुए उनकी कार्यक्षमता से भी वाकिफ हैं। वह कैलाश रघुवंशी को सालों से व्यक्तिगत तौर पर जानते हैं और वह उनके काफी विश्वासपात्र कार्यकर्ता हैं। ऐसा कैसे उनके साथ किया गया ? आप समारोहों में व्यस्त रहे और विदिशा में आपकी जानकारी के बिना कैलाश रघुवंशी को विकास की धारा से अलग कर दिया? क्या आपकी जानकारी में है, या बिना विश्वास में लिए यह सब हो गया? क्या विकास कराना गुनाह है?