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बिजली की समस्या से जूझ रहे १८ जिलों के स्वास्थ्य केंद्र! …२०२६ तक सौर ऊर्जा से जगमगाने की उम्मीद


– सेल्को फाउंडेशन से सरकार ले रही मदद

सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य के १८ जिलों के स्वास्थ्य केंद्र बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए सरकार को ऊर्जा स्रोतों पर अधिक ध्यान देना आवश्यक है। सरकार अक्षय ऊर्जा क्षेत्र को बढ़ावा देने और अधिक ऊर्जा उत्पादन करने के लिए सेल्को फाउंडेशन की मदद ले रही है।
फाउंडेशन के सहयोग से राज्य के १८ जिलों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का सौर ऊर्जा से विद्युतीकरण किया जा रहा है। इनमें से ८ जिलों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का सौर विद्युतीकरण पूरा हो चुका है, जबकि १० अन्य जिलों में यह परियोजना जारी है। यह सौर ऊर्जा परियोजना दो चरणों में पूरी की जाएगी। पहले चरण में २५० प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का सौर ऊर्जा से विद्युतीकरण पूरा कर लिया गया है और जून २०२६ तक २,००० प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को सौर ऊर्जा से संचालित किया जाएगा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विश्वास व्यक्त किया कि सौर ऊर्जा के उपयोग से राज्य में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।
राज्य के नासिक, अहिल्यानगर, जलगांव, बुलढाणा, गढ़चिरौली, नागपुर, लातूर और वर्धा जिलों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का सौर विद्युतीकरण पूरा हो चुका है। इसके अलावा, १० अन्य जिलों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को भी फाउंडेशन के सहयोग से सौर ऊर्जा से संचालित किया जाएगा, जिससे वे ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बनेंगे। इस पहल से बिजली बिल में भी भारी बचत होगी। इस सौर ऊर्जा परियोजना के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को २४ घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति मिलेगी, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं और मजबूत होंगी। सौर ऊर्जा के उपयोग से स्थानीय स्तर पर पर्यावरणीय जागरूकता बढ़ेगी और रोगियों को मिलने वाली सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
इस परियोजना के लिए सेल्को फाउंडेशन और आईकिया कंपनी राज्य सरकार को ५० करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।

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