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फडणवीस मंत्रिमंडल में है नमूनों की भरमार! … सद्भाव को नष्ट करने का हो रहा है प्रयास … कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सपकाल का महायुति पर हमला

सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र में कानून का राज्य नहीं रहा, क्योंकि सत्तारूढ़ पार्टी के लोग ही आतंक पैâला रहे हैं। संसदीय लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। जाति और धर्म के बीच सद्भावना को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। आज विविधता में एकता के मूल मंत्र को खतरा पैदा हो गया है। देवेंद्र फडणवीस की हठधर्मिता से चलने वाली शासन प्रणाली और उनके मंत्रिमंडल में एक-एक मंत्री एक-एक नमूना है। ऐसे मंत्रियों के कारण राज्य में सद्भाव, विवेक और महाराष्ट्र धर्म नष्ट हो रहा है। भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली के कारण राज्य में सद्भाव बिगड़ रहा है। इस तरह का जोरदार हमला महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने किया है।
सिंधुदुर्ग में मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि कोकण को प्राकृतिक सौंदर्य और संस्कृति की विरासत मिली है। एक से बढ़कर एक सरस सांसद इस जिले से हुए हैं। उन्होंने सभ्यता, संस्कृति और लोकतंत्र के मूल्यों को वैâसे जीना है, इसका आदर्श प्रस्तुत किया है। आज उसी जिले के कुछ लोगों के मुंह से रोज गटरगंगा बहती है। एक मंत्री `हम करें सो कायदा’ कहता है, दूसरा कहता है कि विधायक बेलगाम है। धमकी दी जाती है कि हमारे दल में नहीं हो तो फंड नहीं देंगे। यह सब महाराष्ट्र धर्म को नष्ट करने का प्रयास है।
सपकाल ने कहा कि नारायण राणे दूसरी पार्टी से कांग्रेस में आए थे। वे १२ साल कांग्रेस में रहे, जिसमें से ९ साल वे सत्ता में रहे। उनके पराजित होने के बाद विधान परिषद में उन्हें चुना गया, लेकिन बाद में वे दूसरी पार्टी में चले गए। कांग्रेस में कार्यकर्ता और सत्ता थी इसलिए वे आए थे और सत्ता जाने के बाद वे वापस चले गए। सपकाल ने कहा कि भले ही वे चले गए हों, लेकिन इस जिले में कांग्रेस के कार्यकर्ता और कांग्रेस को मानने वाला एक बड़ा वर्ग है।
कोकण में तनाव पैदा करने की कोशिश
कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सभा में बोलते हुए सपकाल ने कहा कि इस जिले के पालक मंत्री कोकण में सामाजिक तनाव पैदा करना चाहते हैं। संस्कृति को तोड़ना चाहते हैं। उन्होंने आह्वान किया कि कार्यकर्ता पुष्पा फिल्म के `झुकेगा नहीं साला’ के भाव से काम करें। आगामी स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव में कांग्रेस पार्टी की जीत होनी चाहिए।

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