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शमी पर एक और शामत…बेटी ने खेली होली तो भड़के मौलाना ने निकाली भड़ास!

फिरोज खान / मुंबई

टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी फिर एक बार कट्टरपंथी मौलानाओं के निशाने पर आ गए हैं। हाल ही में हुए आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान शमी कोल्ड ड्रिंक पीते हुए नजर आए थे, जिसपर मौलानाओं ने शमी के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी थी। शमी द्वारा रमजान महीने में फर्ज रोजे नहीं रखे जाने पर कट्टरपंथी मौलानाओं ने शमी को पापी करार दे दिया था। अब शमी की बेटी ने होली खेली तो मौलाना तमतमा गए और शमी को नसीहत दे दी।
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बेटी के होली खेलने पर सख्त एतराज जताते हुए इसे अवैध और शरीयत के खिलाफ बताया है।
बिना समझे होली खेलना गुनाह नहीं
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि वह छोटी बच्ची है। अगर वह बिना समझे होली खेलती है तो यह कोई गुनाह नहीं है। अगर वह समझदार है और फिर भी होली खेलती है तो इसे शरीयत के खिलाफ माना जाएगा।
शरीयत के अनुसार होली खेलना गुनाह है!
टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी एक बार फिर मौलानाओं के निशाने पर हैं। उनकी बेटी का होली खेलते हुए एक वीडियो वायरल हुआ है। इसके बाद भड़के मौलाना ने शमी को नसीहत दे डाली है। मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने शमी पर तंज कसते हुए कहा कि पहले तो मोहम्मद शमी ने रमजान में रोजा न रखकर पाप किया और अब उनकी बेटी होली खेल रही है। रजवी ने कहा कि होली हिंदुओं के लिए बहुत बड़ा त्योहार है, लेकिन मुसलमानों को होली मनाने से बचना चाहिए। अगर कोई शरीयत को जानने के बाद भी होली मनाता है तो यह गुनाह है।
रजवी ने कहा कि उन्होंने पहले भी शमी को इस्लाम के सिद्धांतों का पालन करने की सलाह दी थी। इसके बावजूद उनकी बेटी का होली मनाते हुए वीडियो जारी किया गया। रजवी ने कहा कि मैंने शमी और उनके परिवार के सदस्यों से अपील की है कि जो शरीयत में नहीं है, उसे अपने बच्चों को न करने दें। बता दें कि शमी द्वारा रोजा नहीं रखे जाने पर रजवी द्वारा दिए गए बयान के बाद शमी के समर्थन में कई मौलाना उतर आए थे। मौलाना मोहम्मद शाबी ने कहा था कि मौलाना ने यह बयान चर्चा में आने के लिए दिया है। अगर उन्हें पूरी जानकारी होती तो यह बयान जारी नहीं करते। हदीस कहता है कि सफर में रोजा छूट जाए तो कजा (बाद में) रोजा रखा जा सकता है। साथ ही शाही मुस्लिम की हदीस १०१६ में भी इसका जिक्र है।
पूरा गांव शमी के साथ
शमी के भतीजे अदनान अहमद ने कहा था कि इस समय मौलाना को किसी भी प्रकार का बयान नहीं देना चाहिए था, क्योंकि शमी देश के लिए खेल रहे हैं। शमी के साथ सारा गांव, सारा देश है। गांव में कोई भी मौलाना के बयान से इत्तेफाक नहीं रखता है।
नाम चमकाने के लिए दिया बयान
रोजा विवाद पर आशकार अहमद ने कहा था कि मौलाना पूरी तरह से सठिया गए हैं। अपना नाम चमकाने के लिए मौलाना ने यह बयान दिया है। शमी देश के लिए खेल रहे हैं। देश पहले है। मौलाना का यह बयान जल्दबाजी का सबूत है।

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