कहीं रंगों की बौछार, कहीं फूलों की बौछार।
होली में करें ज्यादा प्यार-दुलार की बौछार।
न कोई गोरा न कोई काला,
रंगों में मिलकर सब एक हो जाला।
सबके हाथों में सबकी आंखों में
प्यार-प्रेम का देखो छलके प्याला।
कहीं गुलाल का कहीं पुआल का
होली में हो रही देखो बौछार।
मन का मैल मिटाकर करो
सब प्यार-मोहब्बत की बौछार।
गंगा यमुना सरस्वती कावेरी की कसम
लगती ये दुनिया हो गई मेरी।
मेरा-तेरा का चक्कर हटाओ
तभी ये दुनिया लगेगी प्यारी
लाल पीला नीला हरा रंगों का हो रही बौछार।
इन सबसे ज्यादा करो
प्यार मुहब्बत की बौछार।
-संजीव कुमार पांडेय, नालंदा