-एक साथ ६० से ८० यात्री हो सकते हैं टॉय ट्रेन में सवार
अनिल पांडेय / मुंबई
संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान की टॉय ट्रेन (वनरानी) मई २०२५ से पुन: शुरू होगी। इसमें नए तरीके से आधुनिक तकनीक से लैश बिस्टाडोम कोच होगा। यह जानकारी इंजीनियरिंग कंसल्टेंसी कंपनी (आर.आई.टी.एस.) के एक अधिकारी ने ‘दोपहर का सामना’ को दी है। मुख्य वन संरक्षक ए. अहमद के अनुसार, आर.आई.टी.एस. के सीएमडी राहुल मित्तल की टीम बनरानी को पुन: शुरू करने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है। मित्तल के अनुसार, उनकी कंपनी के विशेषज्ञ अधिकारी व कर्मचारी टॉय ट्रेन सेवा के लिए नई रेल पटरी बिछाने, हॉल्ट तैयार करने और अन्य जरूरी कार्य शुरू कर दिए हैं।
ज्ञातव्य है कि वनरानी के रूप में प्रसिद्ध नेशनल पार्क की यह टॉय ट्रेन सेवा मई २०२१ से बंद पड़ी है।
सूत्र बताते हैं कि २०२०-२१ में आए भारी प्राकृतिक तूफान व बारिश के कारण पटरियां उखड़ गई थीं, जिससे ट्रेन सेवा बंद कर दी गई थी। अब पुन: एक बार ट्रेन सेवा शुरू करने में ४० करोड़ रुपए की लागत आएगीr। पर्यटकों की भारी मांग पर सरकार ने फंड की मंजूरी दे दी है और काम शुरू हो चुका है।
बता दें कि वर्ष १९७० में शुरू की गई टॉय ट्रेन (वनरानी) का २.८ किमी लंबा रूट संजय गांधी उद्यान के ५.५ वर्ग किमी के विस्तार क्षेत्र से होकर गुजरता है। डीजल इंजन से चलने वाली और तीन कोचों वाली इस ट्रेन में एक साथ ६० से ८० यात्री सवार हो सकते हैं। वन अधिकारी ने बताया कि पर्यटक जंगल के मनोरम दृश्य व वन्य जीवों को देख सकें, इसके लिए विस्टाडोम कोच में कांच की छत और बड़ी-बड़ी खिड़कियां लगाई गई हैं।