सामना संवाददाता / नई दिल्ली
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की महिला एजेंट से फिरोजाबाद की ऑर्डिनेंस फैक्टरी का चार्जमैन रविंद्र कुमार यूं ही संपर्क में नहीं आया। एक गलती से वह जाल में फंस गया। एटीएस की पड़ताल में सामने आया कि उसने फेसबुक पर फैक्टरी में खिंची फोटो को शेयर किया था।
इस फोटो से ही वह निशाने पर आ गया। एजेंट चार्जमैन से व्हाट्सएप पर हर दिन चैट करती थी। ५० से अधिक मैसेज करती थी। वॉयस और वीडियो कॉल पर भी जानकारी हासिल कर रही थी। बुंदू कटरा निवासी रविंद्र कुमार से फेसबुक पर पाकिस्तानी एजेंट कथित नेहा शर्मा ने जून २०२४ में संपर्क किया था। रविंद्र कुमार ने फेसबुक पर अपने फोटो शेयर किए थे। युवती ने बातचीत के दौरान सबसे पहले इन फोटो की जानकारी ही रविंद्र कुमार से ली थी। खुद को भी इसरो से जुड़ा बताया था। उसने रविंद्र कुमार से आर्डनेंस फैक्टरी से जुड़ी जानकारी लेना शुरू कर दिया। इसके बावजूद वह युवती के इरादों को नहीं समझ पाया।
कर्मचारियों में दहशत
एटीएस की ओर से हजरतपुर ऑर्डनेंस फैक्टरी के कर्मचारी की गिरफ्तारी होने पर कर्मचारियों में दहशत है। कर्मचारी होने वाली सख्ती और पूछताछ के बारे में आशंकित हैं। ऑर्डनेंस फैक्टरी हजरतपुर में चार्जमैन बुंदू कटरा निवासी रविंद्र कुमार को एटीएस ने १३ मार्च को गिरफ्तार किया था।
खंगाल रहे नेहा शर्मा की फ्रेंड लिस्ट
आईएसआई की एजेंट हैंडलर युवती अपनी आईडी ऐसे नामों से बनाती हैं, जिनसे लोग उन्हें भारतीय समझें। चार्जमैन को जाल में फंसाने के लिए भी नेहा शर्मा नाम से आईडी बनाया था। आईडी में कई फ्रेंड भारतीय थे। फोटो भी थे, जिनसे नहीं लग सकता था कि कोई और है। एटीएस भी अब नेहा शर्मा की फ्रेंड लिस्ट में शामिल लोगों का डाटा तैयार कर रही है।